उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में बैंक के सामने कतार लगाकर खडे़ लोगों पर पुलिस लाठीचार्ज को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को वहां के पुलिस अधीक्षक और संबद्ध थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। एक सरकारी बयान में बताया गया कि फतेहपुर के पुलिस अधीक्षक राम किशोर और किशुनपुर के थाना प्रभारी संजय कुमार यादव को मुख्यमंत्री के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है। किशुुनपुर में एक बैंक के सामने कतार में खडेÞ लोगों पर पुलिस लाठीचार्ज का वीडियो सोशल मीडिया और स्थानीय चैनलों पर ‘वायरल’ होने के बाद यह कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ही उक्त पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का एलान कर दिया था।उन्होंने कहा कि पुलिस का काम लोगों की मदद करना है जो नोटबंदी के कारण पहले ही परेशान हैं। लोगोें पर लाठीचार्ज करना अच्छी बात नहीं है।

– नकदी की कमी को लेकर मुजफ्फरनगर में प्रदर्शन-

इस बीच नोटबंदी के फैसले को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसानों ने एक बैंक के बाहर प्रदर्शन किया और जिले के खुड्डा गांव में अधिकारियों का घेराव किया। अधिकारियों ने बताया कि बैंक से नकदी नहीं मिलने के बाद किसानों ने गांव में पंजाब नेशनल बैंक के बाहर धरना दिया। बिरालसी गांव में नकदी की कमी की समस्या से जूझ रहे लोगों ने पीएनबी की एक शाखा के बाहर प्रदर्शन किया। दरअसल ये लोग अपने खातों से पैसा नहीं निकाल पा रहे थे। इसी तरह यहां के मिरानपुर कस्बे में रुपया नहीं मिलने के कारण नाराज ग्रामीणों ने और सोमवार को प्रदर्शन किया। इस बीच कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी केंद्र सरकार के 500 और 1,000 रुपए के नोट बंद करने के फैसले के खिलाफ जिले में प्रदर्शन किया।