केंद्र सरकार की तरफ से यूपी सरकार को राम सर्किट और कृष्ण सर्किट के विकास के लिए 300 करोड़ रुपए मुहैया करवाने का फैसला लिया गया है। यह पैसे देने का फैसला राम सर्किट और कृष्ण सर्किट के विकास के लिए बनी नेशनल कमेटी ने हाल में हुई मीटिंग में लिया है। राम और कृष्ण सर्किट के अलावा बुद्ध सर्किट के लिए भी 50 से 70 करोड़ देने की बात कही गई है।
पर्यटन और संस्कृति मंत्री महेश शर्मा जो की इस नेशनल कमेटी के चेयरमैन भी हैं उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में राम और कृष्ण सर्किट के लिए 300 करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी गई है। इनसे राम और कृष्ण सर्किट का विकास किया जाएगा।’ महेश शर्मा ने आगे बताया कि उनकी सरकार 2016-17 के लिए 170 करोड़ रुपए देगी। इसके बाद बचा हुआ पैसा बराबर-बराबर बांट कर पांच हिस्सों में दिया जाएगा।
क्या है राम सर्किट: रामायण सर्किट के तहत छह राज्यों में 11 स्थानों को विकसित किया जाएगा। यह स्थल हैं – अयोध्या, नंदीग्राम, श्रृंघवेरपुर और चित्रकूट, सीतामढ़ी, बक्सर और दरभंगा (बिहार), जगदलपुर (छत्तीसगढ़), भद्राचलम (तेलंगाना), हंपी (कर्नाटक) और रामेश्वरम (तमिलनाडु)।
कृष्ण सर्किट के पांच राज्यों के 12 स्थानों में द्वारका (गुजरात), नाथद्वार, जयपुर और सीकर (राजस्थान), कुरुक्षेत्र (हरियाणा), मथुरा, वृंदावन, गोकुल, बरसाना, नंदगांव और गोवर्द्धन (उत्तर प्रदेश) और पुरी (ओडिशा) शामिल हैं।
इससे पहले महेश शर्मा की तरफ से संघ के नेता रहे दीन दयाल उपाध्याय का म्यूजियम और राम के एक और मंदिर को बनवाने के लिए 400 करोड़ रुपए दिए गए थे। माना जा रहा है कि चुनाव को देखते हुए और हिंदुत्व के एजेंडे के तहत बीजेपी सरकार राज्य को और फंड मुहैया करवा सकती है।