उत्तर प्रदेश के मथुरा में सेना ने गुरुवार (14 जुलाई) को यमुना नदी पर युद्धाभ्‍यास किया। सेना की मथुरा स्थित स्‍ट्राइक कोर वन ने ‘मेघ प्रहार’ युद्धाभ्‍यास किया। इस दौरान भारतीय सेना अपने पूरे दल-बल के साथ दिखाई पड़ी। अपने टैंकरों और युद्ध में इस्तेमाल होने वाले हथियारों के साथ सेना यमुना नदी को पार करके दूसरी ओर पहुंची। पहली बार है जब भारतीय सेना ने शहर के बीचोबीच और नदी के किनारे अभ्यास किया है। जानकारी के मुताबिक यह अभ्यास दुश्मन के देश के भीतर हमले की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

अभ्‍यास के तहत यमुना नदी के एक छोर को दुश्‍मन का इलाका बनाया और इसका नाम लाल देश रखा। (Photo: PTI)

इस अभ्‍यास में सेना की आर्म्‍ड ब्रिगेड और मैकेनाइजड इंफेंट्री ने हिस्‍सा लिया। अभ्‍यास के तहत यमुना नदी के एक छोर को दुश्‍मन का इलाका बनाया और इसका नाम लाल देश रखा। वहीं सेना की तरफ वाले छोर को नीला देश बनाया गया। सबसे पहले हेलिकॉप्‍टर के जरिए कमांडो ने दुश्‍मन पर हमला बोला। इसके बाद सैनिकों ने नाव के जरिए अंत में टैंकों को नदी पार ले जाया गया। टैंकों को पार ले जाने के लिए खास तरह की राफ्ट का प्रयोग किया गया।

टैंकों को पार ले जाने के लिए खास तरह की राफ्ट का प्रयोग किया गया। (Photo: PTI)

एक घंटे तक चले इस अभ्‍यास में सेना की हिसार यूनिट के टैंक और बीएमपी मशीन इस्‍तेमाल की गई। युद्धाभ्‍यास में शामिल हुई स्‍ट्राइक कोर को सबसे घातक माना जाता है। युद्ध के समय यही दुश्‍मन पर हमला बोलती है।

इस अभ्‍यास में सेना की आर्म्‍ड ब्रिगेड और मैकेनाइजड इंफेंट्री ने हिस्‍सा लिया। (Photo: PTI)