भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से निकाले जा चुके दयाशंकर सिंह ने बुधवार (17 अगस्त) को राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) के सीनियर नेताओं को राखी बांधी है। राखी बांधकर दयाशंकर सिंह ने संघ को उनका सपोर्ट करने के लिए कहा है ताकि उनके परिवार और उन्हें न्याय मिल सके। मिली जानकारी के मुताबिक, दयाशंकर सिंह ने अपनी बेटी और पत्नी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करवाने के लिए भी संघ का साथ मांगा है। दरअसल, दयाशंकर सिंह ने जिस कार्यक्रम में पहुंचकर राखी बांधी वह संघ ने ही करवाया था। यह कार्यक्रम लखनऊ के सरस्वती शिशु मंदिर में ‘रक्षाबंधन उत्सव’ के नाम से करवाया गया था। इस कार्यक्रम में अनिल ओक प्रमुख अतिथि थे। वह अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख हैं। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए दयाशंकर सिंह ने कहा, ‘मेरी पत्नी और मैंने ओक जी को राखी बांधी। उन्होंने मेरी बेटी और पत्नी की सुरक्षा का वादा किया है। ‘

इससे पहले दयाशंकर सिंह ने जेल से निकलने के बाद सुरक्षा की भी मांग की थी। उन्होंने कहा था कि बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने नेताओं और कार्यकर्ताओं से उन्हें खतरा है। दयाशंकर सिंह ने बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मयावती पर अभद्र टिप्पणी की थी। उस टिप्पणी के बाद संसद से लेकर सड़कों तक मायवती के समर्थन में हंगामा हुआ। बीजेपी ने दयाशंकर सिंह को पहले उपाध्यक्ष के पद से हटाया और फिर पार्टी से भी निकाल दिया।

लेकिन मामला तब बसपा पर उल्टा पड़ गया जब दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह के कैमरे के सामने आईं। उन्होंने अपने बयान से बसपा पर निशाना साधा। उन्होंने बसपा के उन नेताओं पर उंगली उठाई थी जिन्होंने उनके और उनकी बेटी के लिए ‘गलत भाषा’ का इस्तेमाल किया था। इसके बाद बीजेपी के कार्यकर्ता स्वाति सिंह के सपोर्ट में आ गए।

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