पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के विरोध में बीते शुक्रवार (10 जून, 2022) को प्रयागराज में हुई हिंसा के मास्टरमाइंट जावेद उर्फ जावेद पंप का दो मंजिला बंगला बुलडोजर से गिरा दिया गया। उत्तर प्रदेश में हो रही इस बुलडोजर कार्रवाई को लेकर कई नेता अपनी आवाज उठा रहे हैं। वहीं, जावेद के बंगले पर बुलडोजर चलने पर भी सवाल उठ रहे हैं और ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि यह बंगला उसके नाम पर था ही नहीं।

बताया जा रहा है कि जावेद पंप के 5 करोड़ के बंगले से तलाशी में 2 अवैध हथियार, कई कारतूस, चाकू और एक आपत्तिजनक कागज मिला है। इस कागज में अदालत को लेकर अभद्र टिप्पणी की बात भी सामन आई है। पुलिस इस मामले में भी कार्रवाई करेगी।

वहीं, जावेद पंप की बेटी सुमैया का कहना है कि न तो बंगला और न ही उसकी जमीन, जावेद पंप के नाम पर है। एक टीवी चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह बंगला उनकी मां के पिता ने गिफ्ट किया था। उन्होंने कहा कि सरकारी दस्तावेजों में यह घर मां के नाम पर है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता की कमाई से न तो जमीन खरीदी गई और न ही मकान बनाया गया था।

जावेद पंप के नाम को लेकर भी काफी चर्चाएं हो रही हैं। दरअसल, मोहम्मद जावेद कभी टुल्लू पंप ठीक करने का काम करता था। इस वजह से उसका नाम जावेद पंप पड़ गया।

बोली सुमैया- जिस दिन पथराव हुआ पाप घर पर थे
जावेद की बेटी सुमैया ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि जिस दिन पथराव हुआ उस दिन पापा घर पर ही थे, अगर ऐसा कुछ होता तो हमें पता तो चलता, कान में भनक तो जाती। उन्होंने बताया कि जिस दिन पथराव हुआ था, उनके पास कॉल आ रही थी। लोग उन्हें बुला रहे थे, लेकिन वह लोगों को मना कर रहे थे कि ऐसा मत करो। तो वह मास्टरमाइंड कैसे हो सकते हैं।