Gyanvapi ASI Survey: वाराणसी की ज्ञानवापी परिसर (Gyanvapi) के एएसआई सर्वे (ASI Survey) का आज चौथा दिन है। एएसआई की टीम रोजाना सुबह 7 बजे से सर्वे का काम शुरू कर रही थी। हालांकि आज सर्वे का काम सुबह 10 बजे से शुरू किया जाएगा। सर्वे को लेकर समय में बदलाव सावन के सोमवार को देखते हुए किया गया है, सावन के सोमवार को भारी संख्या में श्रद्धालु बाबा के दरबार आते है।
सर्वे में कौन-कौन शामिल?
ज्ञानवापी परिसर के सर्वे में एएसआई के 58 लोग, हिन्दू पक्ष से 8 लोग और मुस्लिम पक्ष से तीन लोग मौजदू रहे। बता दें कि एएसआई को सर्वे की रिपोर्ट 2 सितंबर को कोर्ट में देनी है। बता दें कि तीन दिन से सर्वे का काम जारी है। तीसरे दिन सर्वे में मुख्य रूप से मस्जिद के तीन गुंबदों और मुख्य हॉल पर रहा। गुंबदों के नीचे बने शंकुकार स्ट्रक्चर के अलावा मस्जिद सभागार के एक हिस्से में दिखे ताखों और अन्य संरचनाओं की हर पहलू से जांच के साथ मैपिंग की गई। रविवार को ज्ञानवापी की सरंचना को पूरी तरह समझने के लिए सैटेलाइट के जरिए इसकी 3डी मैपिंग की गई। रविवार को सर्वे का काम सुबह आठ बजे से पांच बजे तक चला था।
अब तक सर्वे में क्या मिला?
ASI की टीम ने तहखाने में ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) समेत कई मशीनें लगाकर जांच की। GNSS ध्वस्त प्राचीन इमारतों की मलबे के ऊपर से बेहद सटीक माप करने में सक्षम है। दो टीमों ने मस्जिद के तीनों गुंबदों की नापजोख करने के साथ उनकी आकृति आदि का अध्ययन किया। सूत्रों के मुताबिक दक्षिण दिशा के तीसरे गुंबद के नीचे के पत्थर के स्ट्रक्चर पर फूल-पत्ती व अन्य कलाकृतियां दिखाई दीं। ज्ञानवापी के तीन हिस्सों में बंटे हॉल के बीच वाले हिस्से में 23 ताखे मिले। इनकी ऊंचाई करीब दो फुट और चौड़ाई करीब एक फुट है। ताखों पर कोई डिजाइन नहीं मिली, जबकि उनके आसपास डिजाइन है। गुंबदों की गोलाकार छत मिली है, जिस पर कई तरह के डिजाइन हैं। यहां की दीवारों में मंदिरों में दिखने वाली 20 से अधिक आले यानी दीवार में बना अलमारियां मिली है।
बता दें कि ज्ञानवापी परिसर में 4 अगस्त से सर्वे का काम शुरू किया गया है। इससे पहले 24 जुलाई को सर्वे हुआ था। कानपुर आईआईटी के दो GPR एक्सपर्ट भी सर्वे टीम के साथ थे। बताया जा रहा है कि एक-दो दिन में GPR मशीन से सर्वे शुरू हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि GPR सर्वे के लिए आईआईटी की एक्सपर्ट टीम पहुंच चुकी है। माना जा रहा है कि दो दिन बाद ज्ञानवापी परिसर में GPR मशीन लगाई जाएगी। इसके बाद टीम सर्वे के अगले चरण में पहुंचेगी।
अब तक सर्वे में ASI ने क्या-क्या जुटाया
ASI ने ज्ञानवापी परिसर में चार सेक्टर बनाकर 100 मीटर एरियल व्यू फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की। पश्चिमी दीवारों के निशान, दीवार पर सफेदी का चूना, ईंट में राख और चूने की जुड़ाई समेत मिट्टी के कई सैंपल जुटाए हैं। इसके अलावा पत्थर के टुकड़े, दीवार की प्राचीनता, नींव और दीवारों की कलाकृतियां, मिट्टी और उसका रंग, अवशेष की प्राचीनता सहित अन्न के दाने का सैंपल जुटाए गए हैं।
