गाजियाबाद स्थित एक मदरसे में दुष्कर्म की शिकार बच्ची ने उन 30 घंटों की कहानी बयां की है जिस दौरान वो हर एक मिनट अंदर ही अंदर घुटती रही और डर के साये में जीती रही। एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान पीड़ित बच्ची ने उन 30 घंटों की पूरी दास्तान बयां की है। बच्ची ने इस बातचीत में बतलाया है कि कैसे आरोपी लड़का उसे धमकी देकर अपने साथ ले गया? बच्ची ने यह भी बतलाया कि पहले से ही मदरसे में मौजूद मौलवी को भी उसकी हालत पर दया नहीं आई।
बच्ची से सुनाई आपबीती: इस बातचीत के दौरान बच्ची ने बतलाया कि उस दिन दोपहर करीब साढ़े बारह बजे उसकी सहेली का फोन आया था। फोन रखने के थोड़ी ही देर बाद उसके भाई का फोन आया। बच्ची ने बतलाया कि फोन पर मौजूद लड़के ने कहा कि मैं तुम्हारी सहेली को लेकर यहां आया हूं, तुम्हे मिलना है तो आ जाओ। तो मैंने सोचा कि मुझे अपने भाई के लिए कुरकुरे लेना है, अपने लिए आईसक्रीम खरीदनी है और मम्मी ने बोला था दूध ले आना तो इसीलिए मैं घर से बाहर गई।
बच्ची ने बतलाया कि घर से बाहर निकलने के बाद उसे एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है। लेकिन तब तक लड़के ने उसे दबोच लिया और धमकी देकर अपने साथ ले गया। इसके बाद उसने मेरा फोन छीन लिया और फिर मुझे किसी का फोन नहीं उठाने दिया गया। वो मुझे एक मदरसे में ले गया। इस दौरान मदरसे का मालिक वहां तीन-चार बार आया। उसने मुझे बिस्कुट दिया और पानी दी। लेकिन पानी पीते ही मुझे नींद आ गई। रात में जब बदहवासी की हालत में मेरी नींद खुली तो प्यास लगने की वजह से मैंने दोबारा वहीं पानी पी ली।
अपने साथ हुई खौफनाक वारदात की दास्तान बताते हुए पीड़ित बच्ची ने कहा कि सुबह होने के बाद लड़के ने उसे दूसरे कपड़े पहनने के लिए दिये इतना ही नहीं आरोपी लड़के ने उसके पुराने कपड़ों को कहीं छिपा दिया। पीड़ित बच्ची ने बतलाया कि मदरसे में कुछ और बच्चे भी थे। आरोपी लड़के ने इन बच्चों से कहा कि इस बच्ची को कही जाने नहीं देना, लेकिन बच्चों ने जब इस बात का विरोध किया तो आरोपी लड़के ने वहां मौजूद बच्चों को काफी मारा – पीटा। बच्ची ने बतलाया कि वहां उसे पूरी तरह से कैद कर लिया गया था। किसी तरह पुलिस ने उसे वहां से बाहर निकाला।
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