बिकरू कांड के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे की 50 करोड़ रुपये की संपत्तियों को सोमवार ( 23 मई, 2022) को पुलिस और तहसील प्रशासन ने जब्त कर लिया। गैंगस्टर के नाम पर 18 संपत्तियां थीं, जबकि बाकी उसने पत्नी और करीबी रिश्तेदारों के नाम करा रखी थीं।
प्रशासन ने विकास दुबे के नाम पर दर्ज कई वाहनों को भी जब्त कर लिया है। जिसमें कार उसके भांजे अमन के नाम है। इसके अलावा तहसील सभागार में पंचायत भवन में रखे गैंगस्टर के 653 बोरे अनाज की भी नीलामी की गई। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी हेमंत कुमार ने बताया कि नीलामी प्रक्रिया में 608 बोरे गेहूं, 45 बोरी चावल को एक लाख पांच हजार रुपये में नीलाम कर दिया गया।
डीएम नेहा शर्मा के आदेश पर पिछले दिनों विकास दुबे की संपत्तियों का मूल्यांकन किया गया था। जब्त संपित्तयों में विकास दुबे के नाम बिकरू, भीटी और सकरवां में कृषि भूमि व खंडहर मकान शामिल हैं। वहीं विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे के नाम चौबेपुर पक्खन में साल 2015 में खरीदा गया प्लॉट शामिल है। इस लिस्ट में विकास दुबे की बहन चंद्रकाता के नाम साल 2014 में खरीदा गया आवासीय प्लाट भी शामिल है। जब्त संपत्तियों का रिसीवर तहसीलदार बिल्हौर को नियुक्त किया गया है।
गैंगस्टर विकास दुबे का राजनीतिक जीवन
गैंगस्टर विकास दुबे 25 सालों तक राजनीतिक दलों के साथ रहा। ऐसा कहा जाता है कि विकास दुबे 15 साल बसपा में, पांच साल बीजेपी और पांच साल सपा में रहा। पंचायत चुनाव के दौरान उसे बसपा में समर्थन मिला जबकि उसकी पत्नी को सपा का समर्थन मिला था।
बता दें, दो जुलाई, 2020 की रात दबिश के दौरान बिकरू में गैंगस्टर विकास दुबे व उसके साथियों ने सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी। इसके बाद विकास दुबे व उसके पांच अन्य साथियों को स्पेशल टास्क फोर्स ने मुठभेड़ में मार गिराया था। उसके बाद शासन के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम (एसआइटी) ने जांच शुरू की थी।