उत्तर प्रदेश में मजनुओं और मनचलों पर पुलिस की सख्ती के बीच कई संगठन मनमानी पर उतर आए हैं। उत्तर प्रदेश में कई कॉलेजों के सामने हिन्दू युवा वाहिनी ने अपनी टीम बनाकर कॉलेजों के सामने तैनात कर दिया है। इस टीम के शिकार कुछ ऐसे लोग भी हो रहे हैं जो महज लड़कियों से बात करते हैं, या फिर कई लड़कियों के दोस्त होते हैं। लेकिन हिन्दू युवा वाहिनी की टीम इन्हें भी प्रताड़ित करने से नहीं चूकते। खास बात ये है कि कॉलेज प्रशासन भी इन्हीं लोगों के समर्थन में बात करता है। अंग्रेजी वेबसाइट सीएनएन न्यूज 18 के मुताबिक मेरठ के एक कॉलेज की प्रिसिंपल ने इस मामले में बड़ा चौकाने वाला बयान दिया है। मेरठ के रघुनाथ कॉलेज की प्रिंसिपल का कहना है कि भारतीय संस्कृति लड़कियों को ब्वायफ्रेंड रखने की इजाजत नहीं देता है, इसलिए लड़कियों को इससे दूर ही रहना चाहिए। कॉलेज की प्रिंसिपल कहती हैं कि हमने ये निश्चित किया है कि लड़कियों के रिश्तेदारों को तंग नहीं किया जाएगा। संस्कृति और नैतिकता झंडाबरदार इस प्रिंसिपल कहती हैं कि इन्होंने अपने कॉले में मोबाइल फोन पर भी रोक लगा रखी है।

लेकिन कॉलेज की लड़कियां एंटी रोमियो दल और हिन्दू युवा वाहिनी की टुकड़ियों की सोच से ज्यादा इत्तेफाक नहीं रखती हैं। इन लड़कियों का कहना है कि महज किसी लड़की से बात करने लेने भर से एक लड़के को उठा लेना ये किस प्रकार की पुलिसिंग हैं। लड़कियों का कहना है कि हम पर पहले से ही काफी पाबंदियां थी, इस पर से और ये नहीं रोक आ गई है। लड़कियों का कहना है कि, अगर कोई लड़की साफ साफ बताती है कि फलां लड़का मेरा दोस्त है तो पुलिस को ऐसे लड़कों को तंग नहीं करना चाहिए।

लेकिन एंटी रोमियो दल के नाम पर बने कई संगठन ऐसी लड़कियों के चरित्र पर ही सवाल उठाते हैं। और उन्हें इस काम पर किसी भी तरह का रोक मंजूर नहीं है। इनका कहना है कि ऐसी ‘कुछ लड़कियों’ की वजह से सीधी-सादी लड़कियां भी बदनाम होती हैं। और उन्हें ये स्वीकार नहीं है। ऐसे ही एक संगठन के एक सदस्य ने बताया कि अगर एक लड़का-लड़की दोस्त भी है तो उन्हें सड़क पर प्यार का प्रदर्शन मंजूर नहीं है। और ये चीजे घर के अंदर होनी चाहिए। इस शख्स के मुताबिक उसे समाज में इस तरह की गंदगी नहीं चाहिए।