उत्तर प्रदेश में एक अलग ही मामला सामने आया है जहां पर एक शख्स ने सरकारी नौकरी के लिए रिश्वत देने के लिए अपने ही रिश्तेदारों को अगवा किया। उस व्यक्ति को जब फिरौती का पैसा नहीं मिला तो उसने उन्हें मौत के घाट उतार दिया। यह मामला बरेली के शाहजहांपुर का है जहां पर पहले तो आरोपी ने अपने कजिन भाई को मौत के घाट उतारा और फिर इसके बाद उसने अपने भतीजे को अगवा कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को पकड़ने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ के दौरान उसने दोनों हत्या करने की बात कबूल की।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अनुराग पाल सिंह जो कि गंगशील मेडिकल कॉलेज में मेडिकल साइंस की पढ़ाई कर रहा था, वह पिछले साल अप्रैल में लापता हो गया था। इसकी शिकायत उसके परिजनों ने पुलिस थाने और क्राइम ब्रांस में की थी। जांच के दौरान सामने आया कि इस सबमें उसके ही आरोपी रिश्तेदार का हाथ है। अधिकारी ने बताया कि आरोपी दिव्यांग है और उसने यह सब नौकर पाने के लिए रिश्वत देने के लिए किया।

आरोपी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर अपने 21 साल के कजिन भाई का अपहरण किया। जिसके बाद आरोपी ने फिरौती के रूप में उसके परिवार से एक करोड़ की मांग की। जब लड़के का परिवार समय पर पैसा नहीं दे पाया तो आरोपी ने बिना किसी डर के लड़के की हत्या कर उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। शव के टुकड़ों को एक सूटकेस में भरकर आरोपी उसे रेल के एक डिब्बे में छोड़कर वहां से भाग खड़ा हुआ। इसके बाद आरोपी ने अपने 19 वर्षीय भतीजे का अपहरण किया और फिरौती के रूप में उसके परिवार से मोटी रकम मांगी। जब परिवार पैसा नहीं दे पाया तो आरोपी ने अपने भतीजे की भी हत्या कर दी।