बरेली शिफ्त किए गए बाहुबली अतीक अहमद की दहशत से जेल प्रशासन खौफ में है। अतीक के आतंक के डर से बरेली जेल अधीक्षक ने डीएम को पत्र लिखा है। इसमें सुरक्षा के लिए गनर देने की गुहार लगाई है। अधीक्षक ने अतीक और उसके गुर्गों से जान का खतरा बताया है। दरअसल, देवरिया से बरेली जेल लाए गए अतीक अहमत को लेकर पूरे जिला प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है। जेल अधीक्षक ने जान का खतरा और असमर्थता जताते हुए गनर देने के लिए पत्र लिखा है।

बरेली जेल के अधीक्षक उदय प्रताप मिश्रा ने जिलाधिकारी को पत्र लिख कहा है कि, जेल में अतीक से मुलाकात करने आने वाले गुर्गों के आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए सुरक्षा के लिए गनर दिया जाए। साथ ही पत्र के माध्यम से कहा गया है कि, जेल में अतीक से मिलने बड़ी संख्या में लोग आते हैं। जिन्हें रोकना बहुत ही मुश्किल है। इसके कारण जेल परिसर में रह रहे दूसरे अधिकारी और कर्मचारियों पर भी खतरा है। जेल अधीक्षक ने आगे कहा कि, जेल सुनसान इलाके में है। जेल से थाने की दूरी करीब किमी है। जिससे खतरे की आशंका बनी हुई है। इसके साथ ही जेल अधीक्षक ने जेल की भई सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।

बता दें कि, देवरिया से बरेली जेल लाए गए अतीक को लेकर जिलाधिकारी ने अतीक अहमद को दूसरी जेल में शिफ्ट करने संबंधी रिपोर्ट मिलने पर प्रमुख सचिव कारागार को पत्र लिखा है। बरेली के जिलाधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिले की कानून व्यवस्था और माहौल को देखते हुए शासन को पत्र भेजा गया है, जिसमें अतीक को किसी और जेल में शिफ्ट किए जाने अनुरोध किया गया है।

गौरतलब है कि, हाल ही में बाहुबली और पूर्व सांसद अतीक अहमद को बरेली जेल में शिफ्ट किया गया है। इस दौरान अतीक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि, उस पर जो भी आरोप लगे हैं वो सभी पूरे के पूरे गलते हैं। यहां तक कि उस पर जो एफआईआर हुई है वो भी निराधार है। जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा। व्यापारी के कई अधिकारियों के साथ संबंध हैं इसलिए उसकी मदद की जा रही है। हालांकि अतीक ने माना कि उसकी बात व्यापारी से होती थी। लेकिन अतीन ने कहा कि, व्यापारी से लेन देन के कारण बात होती थी। इसके साथ ही अतीक ने ये भी कहा कि वो 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ेगे। हालांकि किस पार्टी के टिकट से वो मैदान में उतरेंगे, इस सवाल पर उन्होंने चुप्पी साधे रखी।