देश में महिलाओं के प्रति अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का है, जहां पर दस साल की एक बच्ची को उसकी सौतेली मां और पिता पिछले चार साल से प्रताड़ित कर रहे थे। इतना ही नहीं, बच्ची को इन सालों में कई बार अलग-अलग व्यक्तियों को बेचा गया, जिन्होंने उसके साथ बलात्कार जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया। पुलिस ने इस मामले में मंगलवार को बच्ची के परिजनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, बच्ची लोनी में 60 वर्षीय पिता और 25 साल की सौतेली मां के साथ रहती थी। पिछले साथ दिसंबर में बच्ची जयपुर के रेलवे स्टेशन के पास इधर-उधर घूमती हुई पाई गई थी।
किसी व्यक्ति ने बच्ची को जयपुर चाइल्ड वेलफेयर समिति (सीडब्लूसी) भेजा, जहां से उसे बाद में गाजियाबाद के चाइल्ड वेलफेयर समिति को रेफर कर दिया गया। इसके बाद सीडब्लूसी ने बच्ची के परिजनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल, बच्ची सीडब्लूसी के पास है, जहां पर उसकी काउंसिलिंग की जा रही है। पीड़ित बच्ची के अनुसार, उसका पिता आइरन रॉड से उसकी बहुत पिटाई करता था। बच्ची ने खुलासा किया कि उसका पिता रेलवे स्टेशन से कई बच्चों को चुरा चुका है और उन्हें अलग-अलग इलाकों में बेचा जा चुका है।
सीडब्लूसी की सदस्य शालिनी सिंह ने इस मामले पर बात करते हुए कहा, “बच्ची के परिजनों द्वारा उसे कई बार बेचा गया, जहां उस पर बहुत अत्याचार किए गए। चार साल पहले बच्ची की मां की मृत्यु के बाद उसके पिता ने दूसरी शादी की थी और तब से ही वह एक कसाई बन गया था। बच्ची अगर घर के काम करने में कुछ गलती करती तो उसे बहुत पीटा जाता था। कई बार बच्ची के ऊपर गरम चाय भी डाली गई है। बच्ची की सौतेली मां ने उसे एक आदमी को बेचा था, जिसके बाद उसने बच्ची को किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया। इसी तरह वह एक जगह से दूसरी जगह बेची जाने लगी।”
उन्होंने कहा, “बच्ची ने हमें बताया कि उसे कोलकाता, दिल्ली, जोधपुर और चंडीगढ़ में कई जगहों पर बेचा गया। इसी बीच, एक बार बच्ची आरोपियों के चंगुल से बचकर घर वापस आ गई, लेकिन उसकी सौतेली मां ने फिर से उसे बेच डाला। जयपुर चाइल्ड वेलफेयर समिति से हमारे पास आने के बाद बच्ची के पिता ने उसे अपने साथ ले जाना चाहा, लेकिन बच्ची ने जाने से इनकार कर दिया। वहीं, हमें बच्ची के घर से तीन साल का एक लड़का मिला है, जिसे देखकर लगता है कि वह उनका अपना बेटा नहीं है। इस मामले की भी जांच की जा रही है।”
