उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी कर्मचारियों के लिए नया फरमान सुनाया है। मुख्यमंत्री ने सरकारी कर्मचारियों को बिना अनुमति के गिफ्ट लेने पर रोक लगा दी है। सचिवालय प्रशासन के अतिरिक्त मुख्य सचिव महेश गुप्ता की तरफ इस आशय का एक सर्कुलर जारी किया गया।

एनडीटीवी की खबर में बताया गया कि सर्कुलर के अनुसार किसी भी व्यक्ति को सचिवालय और अन्य सरकारी इमारतों में किसी भी तरह के गिफ्ट लेकर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा सरकारी कर्मचारी अपने उच्च अधिकारी की पूर्व अनुमति के किसी भी प्रकार का गिफ्ट नहीं ले सकता है। राज्य सरकार में सभी मंत्रियों को इस सर्कुलर के बारे में जानकारी दे दी गई है।

माना जाता है कि सरकारी कर्मचारियों को घूस देने के लिए गिफ्ट सबसे बेहतर तरीका होता है। इसी पर रोक लगाने के मद्देनजर मुख्यमंत्री की तरफ से यह आदेश जारी किया गया है। सरकार के इस आदेश पर ग्रुप 3 के कर्मचारियों ने अपनी प्रतिक्रिया भी व्यक्त की है। एक कर्मचारी ने कहा कि सरकार का यह आदेश सही नहीं है।

कर्मचारी ने कहा, ‘आईएएस अधिकारियों को उनके घरों पर गिफ्ट पहुंचाए जाते हैं जबकि हमें मिठाइयां व अन्य चीजें कार्यालय में ही मिलती हैं। यदि मुख्यमंत्री इस प्रथा को रोकने के प्रति सजग हैं तो उन्हें अधिकारियों के घरों पर भी नजर रखनी चाहिए जहां महंगे गिफ्ट पहुंचाए जाते हैं।’

इससे पहले मुख्यमंत्री ने सरकारी इमारतों में हथियारों के साथ प्रवेश करने पर भी रोक लगा दी थी। अधिकतर विधायक या ठेकेदार सरकारी कार्यालयों में अक्सर देखे जाते हैं। ये सुरक्षा गार्ड राइफल और पिस्टल के साथ होते हैं जो देखने में डरावना लगता है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इन सुरक्षा गार्डों से अब हथियारों को गेट पर ही जमा कराने को कहा जाएगा।

मुख्यमंत्री इससे पहले सरकारी कार्यालयों में ‘पान’ और ‘गुटखा’ चबाने पर भी प्रतिबंध लगा चुके हैं। सरकारी कार्यालयों में ऐसा करते पाए जाने पर 500 रुपया जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं सभी अधिकारियों को सुबह 9 बजे कार्यालय पहुंचने का भी फरमान सुनाया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी अधिकारियों-जिलाधिकारी और एसपी को हर हाल में सुबह 9 बजे तक दफ्तर पहुंचने के निर्देश दिए थे।