उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने जनसंख्या बिल लाने की सिफारिश की है। अशफाक सैफी ने बताया, देश में बढ़ती हुई आबादी की वजह से समस्याएं बढ़ गई हैं। इसलिए उसपर नियंत्रण करना बहुत जरूरी है। सैफी ने देश की बढ़ती हुई जनसंख्या को लेकर कहा, यह केवल अल्पसंख्यकों की ही समस्या नहीं है ये पूरे देश की समस्या है।
सैफी ने देश की बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए कहा, आप देखते हैं कि अस्पतालों में किस तरह से भीड़ लगी होती है। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया, एक मुस्लिम फैमिली में पिता को 5 बच्चे हुए उनके पास 100 गज का मकान था अब प्रत्येक बच्चे के हिस्से में महज 20 गज जमीन आई अब आगे जब उनके बच्चे होंगे तो वो क्या करेंगे? आपको बता दें कि सैफी के कार्यकाल को एक साल हो गए हैं। जब उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की बात कही है।
संविधान से चलेगा देशः अशफाक सैफी
अशफाक सैफी ने जनसंख्या बिल का समर्थन करते हुए कहा अब ये देश शरीयत से नहीं बल्कि संविधान से चलेगा। सैफी ने कहा बढ़ती आबादी की वजह से अल्पसंख्यकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा देश को इस बात को समझना होगा और जो सच्चाई है उसे स्वीकार करनी होगी। अब मदरसों के अंदर हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और कंप्यूटर भी पढ़ाया जा रहा है। अब आप जल्दी ही देखेंगे कि मदरसे के पढ़े हुए बच्चे भी देश में आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर इंजीनियर सभी मिलेंगे।
देश में 5 अल्पसंख्यक समुदायः अशफाक सैफी
सैफी ने कहा इस समस्या से निपटने के लिए एक ही तरीका वो है जनसंख्या नियंत्रण कानून। इस कानून के बिना ये काम असंभव है। सैफी ने अपने कार्यकाल का एक साल पूरा होने के बाद अपनी उपलब्धियों को गिनवाते हुए बोले देश में 5 समुदाय अल्पसंख्यक हैं इनमें सिख, मुसलमान, पारसी, जैन और क्रिश्चियन शामिल हैं। अल्पसंख्यक आयोग के अफसरों के साथ इस समाज के बीच में जाकर समस्याओं को सुना है।
हम इस बात का ध्यान रखते हैं किसी के साथ भेदभाव न हो
सैफी ने बताया अभी तक कुल 2686 शिकायतें अल्पसंख्यकों की तरफ से मुझे मिली हैं जिसमें से मैंने 1,167 मामलों का निस्तारण कर दिया है। हम इस दौरान इस बात का ध्यान जरूर रखते हैं कि किसी के साथ भेदभाव ना होने पाए। उन्होंने बताया कि मुरादाबाद में गुरुद्वारा गुरुनानक का ढहा दिया गया था हमने तय किया है कि अब हम इसका फिर से निर्माण करवाएंगे।