उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को विधानसभा में एक प्रश्न के जवाब में कहा कि आतंकवादी संगठन अलकायदा के प्रदेश में एक्टिव होने का कोई इनपुट नहीं है। दो महीने पहले उत्तर प्रदेश के संभल जिले में अल कायदा से जुड़े दो लोगों की गिरफ्तारी हुई थी तभी से सरकार इस संगठन के जड़े तलाशने में जुटी हुई थी। विधानसभा में बीजेपी विधायक श्यामदेव और कांग्रेस विधायक अखिलेश प्रताप सिंह के पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री आजम खान ने कहा कि, “प्रदेश के दूसरे शहरों में अलकायदा के होने का कोई इनपुट नहीं है” अपने लिखित जवाब में आजम खान ने यह भी कहा कि, ” राज्य सरकार सभी संदिग्धों गतिविधियों पर नजर बनाये हुए है। स्थिति काबू में है अगर हमें ऐसी कोई जानकारी मिलती है तो सही एक्शन लिया जायेगा।”

पिछले साल की दिसंबर महीने में पुलिस से जफर मसूद और मोहम्मद आसिफ को उत्तर प्रदेश के संभल से गिरफ्तार हुए थे। दोनों पर आरोप है कि वो अलकायदा की भारतीय विंग के लिए काम कर रहे थे। विधानसभा में इसी सवाल के साथ सप्लमेन्ट्री प्रशन जोड़ते हुए रॉय चौधरी ने पूछा कि क्या उत्तर प्रदेश सॉफ्ट टारगेट है और स्वामी प्रसाद मौर्य ने पूछा कि क्या राज्य सरकार ने इस मसले पर केंद्र सरकार के साथ को मीटिंग की है। खान ने इस सवाल में कहा कि, “अगर किसी प्रकार का कोई इनपुट मिलेगा तो वो केंद्र सरकार की सहायता ली जायेगी।”