यूपी के बहराइच में अस्पताल में ब्राइब (घूस) मांगने का मामला सामने आया है। बहराइच के जिला अस्पताल में 10 महीने के एक बच्चे की मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि अगर बच्चे को सही समय इंजेक्शन दे दिया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। साथ ही घूस न देनेे पर इलाज में देरी का आरोप लगाया है। मृतक बच्चेे के परिजनों का कहना है कि अस्पताल स्टाफ ने उनसे घूस मांगी थी। बच्चे की मां सुमित्रा ने कहा कि उनके बच्चे की जान बच जाती अगर नर्स ने उसे सही समय पर इंजेक्शन दिया होता है।
बच्चे की मां ने बताया कि डॉक्टर ने जांच के बाद बच्चों को बुखार और कमजोरी की शिकायत बताई थी, जिसके बादग उसको अस्पलतेल में भर्तीी करनेे के लिए कहा गया था। उन्होंने कहा कि कागजी प्रक्रिया पूरी करने के लिए नर्स ने उनसे पैसे मांगे। उसके बाद स्वीपर ने चिल्ड्रेन वॉर्ड में बेड अलॉट करने के लिए घूस की मांग की।
बच्चे के पिता शिव ने बताया कि जब हमने घूस देने से मना कर दिया तो नर्स हमसे बहस करने लगी। साथ ही उन्होंने कहा जब तक बच्चेे को इंजेक्शन दिया गया तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बहराइच जिला अस्पताल के डॉक्टर-इन-चार्ज ओपी पांडे ने एएनआई को बताया कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि बच्चे को रविरार को सुबह 10 बजे होने के चलते गिरफ्तार किया गया था। उस समय ड्यूटी पर मौजूद नर्स को चिल्ड्रेन वॉर्ड में शिफ्ट किया गया था, इस मामले में जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि बच्चे के पिता का कहना था कि स्वीपर ने उनसे बेड के लिए 30 रुपए मांगे थे। उसे ड्यूटी से हटा दिया गया है। उन्होंने बताया कि शिकायतों की जांच की जा रही है।
