उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस ने नकली प्लेटलेट्स बेचने वाले गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने गिरोह के दस सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से कई नकली प्लेटलेट्स के पैकेट, कैश, मोबाइल और वाहन बरामद किए गए हैं। वहीं, अमरोहा के जिला अस्पताल में बिजली गुल होने पर डायलिसिस नहीं होने पर किडनी रोग से पीड़ित मरीज की मौत हो गई।

अमरोहा जिला अस्पताल में बिजली नहीं होने पर डायलिसिस का इंतजार करते-करते मरीज की जान चली गई।जिला अस्पताल में पिछले दो साल से मोहम्मद आमिर की डायलिसिस हो रही थी। बुधवार की सुबह से अचानक बिजली आपूर्ति रुकने से पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई, जिससे उसकी डायलिसिस नहीं हो सकी। अन्य मरीजों के साथ आमिर भी यूनिट में ही बैठकर बिजली आने का इंतजार करते रहे, लेकिन बिजली नहीं आई।

परेशान होकर वह दोपहर दो बजे अपनी पत्नी के साथ घर लौट आए। घर पर उनकी हालत बिगड़ने लगी। जिसके बाद परिवारवाले उन्हें लेकर मुरादाबाद के लिए रवाना हो गए। मगर रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

मामले की जांच के आदेश: मामला सामने आने के बाद डीएम बीके त्रिपाठी के निर्देश पर एडीएम भगवान शरण और सीएमओ राजीव सिंघल जिला अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से मामले की जानकारी की। डायलिसिस यूनिट के प्रबंधक सुमित भारद्वाज से जवाब तलब किया गया है। वहीं डीएम ने मामले की जांच सीएमओ को सौंपी है जबकि सीएमएस ने तीन डॉक्टरों की टीम गठित कर पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं।

प्रयागराज में नकली प्लेटलेट्स बेचने वाला गिरोह: प्रयागराज में मरीजों को नकली प्लेटलेट्स बेचने वाले एक गिरोह के दस सदस्यों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपी अलग-अलग ब्लड बैंकों से प्लाज्मा लेकर पाउच में डालकर प्लेटलेट के तौर पर प्लाज्मा बेचते थे। उन्होंने बताया कि खूफिया जानकारी मिलने के बाद गिरफ्तारियां की गईं, आरोपी के कब्जे से कुछ नकली प्लेटलेट पाउच जब्त किए गए।

प्रयागराज में प्रदीप पांडेय नाम के डेंगू मरीज की नकली प्लेटलेट्स चढ़ाने से मौत होने के बाद पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पता चला कि ये लोग प्लाज्मा को ही प्लेटलेट्स बताकर मरीजों को बेचते रहे थे। गिरोह का सरगना सोरांव का रहने वाला राघवेंद्र सिंह उर्फ राहुल पटेल बताया जा रहा है। गिरोह के 10 लोगों को अरेस्ट किया गया है