मालदा रेल डिवीजन के जमालपुर-भागलपुर रेल खंड पर एक तरफ विद्युतीकरण का काम हो रहा है और दूसरी तरफ चोर तारों को काट ले जा रहे है। आरपीएफ और जीआरपी मूक दर्शक बनी है। एक महीने के दौरान तीसरा वाकया मंगलवार को सामने आया है। ट्रेनें करीब छह घंटे जहां तहां खड़ी रहीं। मुसाफिर बेवजह परेशान रहे। हालांकि आरपीएफ के एक आलाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बुधवार को बताया कि मुख्यालय से आरपीएफ के सहायक आयुक्त कुंडू ज़मालपुर में तार चोरी के वाकए की जांच के वास्ते पहुंच चुके हैं। चोरी की ऐसी वारदात दोबारा न हो , चोरी गए तारों की बरामदगी और गिरोह का पता लगाने की योजना बनी है। अलग से टीम लगाई गई है। जल्द कामयाबी मिलने की उम्मीद वे जताते है। आरपीएफ की टीम मंगलवार से लगातार छापेमारी कर रही है। मगर अभी वैसी कामयाबी नहीं मिली है।

दरअसल ताजा वाकया सोमवार आधी रात का है। भागलपुर ज़िले के अकबरनगर – नाथनगर स्टेशन के बीच रेल विद्युतीकरण के लिए लगाए तारों को चोर काट ले गए। इन दोनों स्टेशनों की दूरी करीब दस किलोमीटर है। इससे पहले सुलतांगज-अकबरनगर के बीच और उससे पहले बरियारपुर -रतनपुर के बीच तार काट लेने की वारदात हुई है। मगर किसी भी मामले में चोर गिरोह पकड़ा नहीं जा सका है।

यह अलग बात है कि बहरहाल रेलवे विद्युतीकरण के लिए तार बिछाने का काम तेजी से करवा रहा है। पर अभी बिजली प्रवाह इन तारों के जरिए नहीं हो रहा है। मगर इनकी निगरानी भी तरीके से नहीं हुई। नतीजतन चोरों को मौका मिल गया। मगर मुसाफिरों को खमख्वाह परेशानी झेलनी पड़ी।

दिल्ली – गौहाटी ब्रह्मपुत्र मेल , राजेंद्रनगर – बांका इंटरसिटी एक्सप्रेस , मालदा टाउन फ़रक्का एक्सप्रेस, पटना-मालदा एक्सप्रेस, अकबरनगर, सुलतांगज , ज़मालपुर बगैरह स्टेशनों पर रोक दी गई। ये ट्रेनें रात भर खड़ी रही। मंगलवार सुबह इनका परिचालन कराया गया। इन रास्तों में चोरों ने तार काट लिए थे। बीच बीच में तार बेतरतीब तरीके से लटके पड़े थे। यदि ट्रेनें गुजरती तो तारों से टकरा कर हादसा होने का डर था। रेल अधिकारी ने बताया कि मुसाफिरों की सुरक्षा के ख्याल से ट्रेनें रोकी गई।

अलबत्ता खबर लिखे जाने तक चोरों का सुराग नहीं मिला है। आरपीएफ छापे मार रही है। वैसे बरियारपुर में रेल चोरों और डकैतों को बड़ा गिरोह काफी दिनों से सक्रिय है। जीआरपी और आरपीएफ सभी को पता है। मगर इनसे कोई पंगा लेना नहीं चाहता है। यह गिरोह मुसाफिरों और रेल संपति दोनों को लुटता है। इनका ख़ौफ़ है। इनके खिलाफ सघन व कठोर कदम उठाने की जरूरत सभी महसूस करते है।