हैदराबाद पुलिस ने बीजेपी विधायक राजा सिंह लोध और दर्शगाह ए जिहाद ओ शहादत (डीजेएस) के एक सदस्य मोहम्मद अब्दुल मजीत पर शिकंजा कसा है। पुलिस ने बीजेपी विधायक और मजीद के खिलाफ उत्तेजक भाषण और दुश्मनी को बढ़ावा देने वाले बयान देने पर मामला दर्ज किया है। बीजेपी विधायक ने 7 मई को पुराने हैदराबाद को “मिनी पाकिस्तान” करार दिया था। एक स्थानीय चैनल के साथ बातचीत के दौरान गोशमहल विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक ने कहा कि वह अपनी एक निजी सेना तैयार कर रहे हैं और वहां युवाओं को लड़ने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
विधायक लोध ने दावा किया था कि यह बयान उन्होंने एक मुस्लिम संगठन दर्शगाह ए जिहाद ओ शहादत (DJS) के कथन के बाद दिया। उन्होंने बताया कि डीजेएस ने युवाओं के खातिर तलवारों और लाठी से लड़ने के लिए ट्रेनिंग कैंप का आयोजन करने की बात सामने आई। जवाबी कार्रवाई करते हुए डीजेएस के सदस्य मजीद ने 12 मई को तलवारों और लाठी के साथ बड़े पैमाने पर ड्रिल का आयोजन किया और कथित तौर पर एक उत्तेजक भाषण दिया।
हैदराबाद के डिप्टी पुलिस कमिश्नर वी सत्यनारायण ने कहा कि जांच के बाद पता चला कि डीजेएस द्वारा कथित तौर पर कई हफ्ते पहले ड्रिल का आयोजन किया था। वहीं, राजा सिंह का बयान उत्तेजक और दुश्मनी को बढ़ावा देने वाला है। डीजेएस सदस्य द्वारा आयोजित किया कार्यक्रम भी उत्तेजक था और मजीद ने जो भाषण दिया युवाओं को भ्रमित करने वाला और शांति तथा कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वाला है। हमने दोनों को बहुत गंभीरता से लिया। जिसके बाद दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (A) में मामला दर्ज किया गया है।
हमारे सहयोगी अखबार संडे एक्सप्रेस से बातचीत में बीजेपी विधायक राजा सिंह लोध ने कहा कि वह आत्मरक्षा के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि युवा नॉन लिथेल वेपन्स जैसे लाठी से ट्रेंड हो। युवाओं की यह फौज गौतस्करी पर लगाम लगाने के लिए काम करेगी। गाय को बचाने के लिए हम कुछ भी करेंगे। अगर जरुरी हुआ तो अयोध्या के राम मंदिर निर्माण में भी युवा भाग लेंगे।