हैदराबाद से एनआईए द्वारा गिरफ्तार पांच युवाओं ने इस्लामिक स्टेट के चीफ अबु बकर अल बगदादी के प्रति निष्ठा की शपथ सरकारी उपयोगिता केंद्र के कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हुए भेजा था। एनआईए ने मंगलवार को हैदराबाद में तीन जगहों पर छापे मारे थे। छापे के दौरान पुलिस ने दो कंप्यूटर, दो स्कैनर और नौ जिंदा कारतूस बरामद किए थे। इनमें से एक कंप्यूटर मी सेवा केंद्र का है, जिसे आरोपियों का एक रिश्तेदार चलाता है।

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मी सेवा आंध्रप्रदेश सरकार ने ई-गवर्नेंस स्कीम के तहत लॉन्च किया था। मी सेवा लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने और इसका इस्तेमाल करते हुए अलग-अलग तरह के बिल भरने में मदद करते हैं। एनआईए के मुताबिक ऐसा ही एक केंद्र इब्राहिम याजदानी का साला चलाता है। याजदानी आईएस समर्थित ग्रुप का नेता है। याजदानी को एनआईए ने गिरफ्तार किया है।

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सूत्रों के मुताबिक इस केंद्र के एक कंप्यूटर से आरोपी ने बगदादी के प्रति निष्ठा की शपथ को स्कैन करके उनके हैंडलर आमिर को मेल किया था। बताया जा रहा है कि आमिर पहले इंडियन मुजाहिद्दीन का पूर्व सदस्य था जो कि सीरिया में आईएस के साथ जुड़ गया। इब्राहिम के घर से एक अन्य कंप्यूटर बरामद किया गया, जिसका इस्तेमाल उनके हेंडलर के साथ बातचीत करने के लिए किया जाता था।

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एनआईए ने कहा कि इब्राहिम के घर तालभाट्टा और हबीन और मी सेवान केंद्र में छापे मारे गए। एजेंसी ने दावा किया है कि हबीब के घर से गोलियां मिली हैं।