नोटबंदी के मुद्दे पर द्रमुक के अध्यक्ष एम करुणानिधि ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के रविवार के दिए बयान में विमुद्रीकरण का जिक्र नहीं करने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने लोगों की कठिनाइयों को कम करने के लिए किसी प्रकार के प्रस्ताव का सुझाव क्यों नहीं दिया है। महत्त्वपूर्ण है कि करुणानिधि से पहले उनके पुुत्र और विपक्षी दल के नेता एम के स्टालिन ने भी मुख्यमंत्री से इसी प्रकार का सवाल पूछा था।उन्होंने मुख्यमंत्री जयललिता से रविवार के बयान में विमुद्रीकरण के बारे में कोई जिक्र नहीं करने पर सवाल किया था। एआइएडीएमके की प्रमुख जयललिता अस्पताल में भर्ती हैं।
उन्होंने कहा है कि उन्होंने ‘पुनर्जन्म’ लिया है और अब वह अरावकुरुची, तंजावुर और त्रिप्परानकुंदरम के पार्टी उम्मीदवारों के लिए मत मांगने के बजाए फिर से काम पर लौटने की प्रतीक्षा कर रही हैं।
अरावकुरुची, तंजावुर और त्रिप्परानकुंदरम में शनिवार को मतदान किया जाना है। करुणानिधि ने एक बयान में कहा, ‘केंद्र सरकार द्वारा 500 और हजार रुपए के नोट बंद के लोगों की बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री जयललिता या उनकी पार्टी को राज्य के लोगों के समर्थन करने अथवा उनकी कठिनाइयां कम करने के लिए अपना बयान जारी करने का भी समय नहीं है।’ उन्होंने रपटों के हवाले से कहा कि अब उनका स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है और अब यह उनके ऊपर है कि अस्पताल से कब वापस आएंगी, लेकिन ‘एक दो लोगों को छोड़कर उनकी पार्टी अथवा दूसरी पार्टियों में ऐसा कोई नहीं है, जिसने व्यक्तिगत रूप से उनसे मुलाकात की हो और उनके स्वास्थ्य के बारे में हाल-चाल पूछा हो।’ डीएमके के प्रमुख ने कहा है कि स्वास्थ्य कारणों के कारण विधानसभा चुनाव वाले क्षेत्रों में नहीं जाएंगे। उन्होंने मतदाताओं से अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करने की अपील की है।
Speed News: जानिए दिन भर की पांच बड़ी खबरें