तमिलनाडु के पशुपालन मंत्री पी बालकृष्ण रेड्डी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार सांड़ों को काबू करने वाले खेल ‘जल्लीकट््टु’ को फिर से शुरू करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य विधानसभा में रेड्डी ने कहा कि बहादुरी दर्शाने वाला खेल, जल्लीकट््टु तमिलों की सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं का महत्वपूर्ण भाग है। तमिलनाडु सरकार इसे शुरू करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि जल्लीकट््टु के आयोजन का मामला 2006 से ही न्यायालय के समक्ष चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2014 में प्रतिबंधित खेल को फिर से शुरू कराने के लिए सरकार ने केंद्र का भी दरवाजा खटखटाया है। मुख्यमंत्री जयललिता ने 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दो बार अनुरोध किया कि वे सांड़ों को इस तरह के आयोजन में शामिल होने के लिए उन्हें विशेष सूची से बाहर कर दें। उन्होंंने कहा कि पर्यावरण और वन मंत्रालय ने सात जनवरी, 2016 को खेल कराने की अनुमति दे दी थी, लेकिन 12 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम रोक लगा दिया।