विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्य रहे सुरेंद्र मित्तल ने राधे मां पर आरोप लगाया है कि उन्होंने मित्तल को शारीरिक संबंध बनाने के लिए उत्तेजित करने का प्रयास किया था। सुरेंद्र का कहना है, ‘राधे मां कई तरह से मुझे उत्तेजित करने की कोशिश करती रही। वह लगातार आई लव यू इत्यादि कहती रही, लेकिन कामयाब नहीं हुई। जब मैंने इनकार कर दिया तो उन्होंने गालियां देना और बुरा भला कहना शुरू कर दिया।’ मित्तल ने कहा- यह तकरीबन दो साल पुराना मामला है, जिसे मीडिया में खूब बढ़ा चढ़ाकर छापा भी गया था। मेरे वकील ने उनको एक नोटिस भी जारी किया था। अब हम उनके खिलाफ अदालत की अवमानना करने का केस दायर कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि हाई कोर्ट इस मामले को संज्ञान में लेते हुए उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे।
सुरेंद्र ने कहा, ‘झूठी पहचान बनाकर घूम रहे लोग, खास तौर से बाबा और स्वामियों को उजाले में लाना चाहिए।’ रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरेंद्र मित्तल ने याचिका दायर कर रहा है कि उन्हें राधे मां की ओर से लगातार धमकियां मिल रही हैं कि वह उनके खिलाफ ना बोलें। बता दें, कुछ ही दिन पहले पंजाब और हरियाणा कोर्ट ने कपूरथला जिले के एसएसपी को नोटिस जारी कर पूछा था कि स्वघोषित देवी राधे मां के खिलाफ एक्शन नहीं लिए जाने के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई को अवरुद्ध करने का मामला क्यों नहीं चलाया जाए। जस्टिस दया चौधरी की एकमात्र बेंच ने सुरेंद्र मित्तल की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एसएसपी को यह नोटिस भेजा था। इस मामले की सुनवाई 13 अक्टूबर को होगी।
गौरतलब है कि हाल ही में सीबीआई कोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत बाबा राम रहीम को रेप के मामले में 20 साल की सजा सुनाई थी। अब सुखविंद्र कौल उर्फ राधे मां भी कई गलत वजहों से सुर्खियों में आ गई हैं। आसाराम बापू भी रेप के आरोप में जेल में बंद है।