Shree Devi Lairai jatra Stampede: गोवा के शिरगांव में श्री देवी लैराई जात्रा में भगदड़ के कारण 6 लोगों की मौत हो गई है। इस दुखद घटना में 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। शुक्रवार को हजारों भक्तों ने हर हर महादेव और लैराई माता की जय के नारे लगाने के साथ धार्मिक यात्रा शुरू की थी। न केवल गोवा भर से बल्कि पड़ोसी महाराष्ट्र और कर्नाटक से भी यहां लोग आते हैं।

इस बड़े धार्मिक कार्यक्रम के लिए राज्य प्रशासन ने बड़े पैमाने पर इंतजाम किए थे और यात्रा के लिए पुलिस कर्मियों को तैनात किया था। भीड़ की गतिविधियों पर हवाई निगरानी के लिए ड्रोन लगाए गए थे।

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत अपनी पत्नी सुलक्षणा, राज्यसभा सांसद सदानंद शेट तनावड़े और विधायक प्रेमेंद्र शेट और कार्लोस फेरेरा के साथ देवी का आशीर्वाद लेने के लिए धार्मिक यात्रा पर गए थे।

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पीएम मोदी ने ली घटना की जानकारी

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा, “भगदड़ में छह लोगों की मौत हो गई और 50 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। सूचना मिलने के बाद मैं मौके पर गया। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है…हर साल 50,000 से ज़्यादा लोग जात्रा में हिस्सा लेते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे फ़ोन करके घटना के बारे में जानकारी ली। हम घायलों के इलाज का ख़र्च उठा रहे हैं…एसपी नॉर्थ और कलेक्टर घटना की जांच कर रहे हैं…हम राज्य में अगले 3 दिनों के लिए सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर रहे हैं।”

क्या होता है जात्रा के दौरान?

जात्रा के मौके पर शिरगांव को बड़े पैमाने पर सजाया जाता है और भक्त प्रार्थना करने के लिए देवी लैराई के मंदिर में जाते हैं। वे उन्हें मोगरा के फूलों से बनी माला चढ़ाते हैं। कहा जाता है कि यह माला देवी को बहुत पसंद है। धोंड नाम के विशेष भक्त जात्रा के दौरान उपवास करते हैं और 5 दिन तक मंदिरों के पास ही रहते हैं, वे स्नान करने के बाद ही भोजन करते हैं।

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जात्रा के दिनों के दौरान धोंड स्नान करने के बाद ‘अग्निदिव्य’ नाम के एक धार्मिक अनुष्ठान में गर्म अंगारों पर चलते हैं। इस दौरान लोग देर रात मंदिरों में नृत्य करते हैं और आग जलाते हैं।