देश के छोटे राज्य सिक्किम ने बड़ा इतिहास रच दिया है। इस राज्य में अब हर घर में सरकारी नौकरी दी जाएगी। सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने शनिवार को ‘एक परिवार, एक नौकरी’ योजना का आगाज किया। राजधानी गंगटोक के पाल्जोर स्टेडियम में रोजगार मेला-2019 आयोजित करके राज्य सरकार ने करीब 12 हजार बेरोजगार युवक-युवतियों को अस्थायी नौकरी के अनुबंध पत्र दिए। सीएम चामलिंग ने खुद अपने हाथों से राज्य के सभी 32 विधानसभा क्षेत्रों के 2-2 युवाओं को नौकरी का अनुबंध पत्र दिया। इस योजना के पहले चरण में कुल 20 हजार युवाओं को नौकरी देने का लक्ष्य है। बाकी युवाओं के लिए फरवरी के दूसरे सप्ताह में रोजगार मेला दोबारा आयोजित किया जाएगा।
देश ही नहीं, दुनिया के लिए नजीर है यह योजना : रोजगार मेले में युवाओं को संबोधित करते हुए सीएमचामलिंग ने कहा कि सिक्किम सरकार की ‘एक परिवार, एक नौकरी’ योजना देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के लिए नजीर है। इस योजना के तहत पहले पांच साल तक अस्थायी नौकरी रहेगी। उसके बाद स्थायीकरण किया जाएगा। विपक्षियों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि युवा किसी के बहकावे में न आएं। कोई पद छोटा बड़ा नहीं होता। नौकरी नौकरी होती है। काम काम होता है। इसका सम्मान करें और अपने, अपने परिवार व राज्य के विकास में योगदान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) सरकार ‘बेरोजगार मुक्त सिक्किम’ का सपना साकार करने को प्रतिबद्ध है।
इन्हें मिलेगा इस योजना का लाभ : बता दें कि ‘एक परिवार, एक नौकरी’ योजना के तहत राज्य के हर उस परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी, जिसका कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं है। इसमें भी बीपीएल परिवार को वरीयता दी जाएगी। लोक निर्माण, कृषि, बागवानी आदि 12 सरकारी विभागों में ग्रुप सी व ग्रुप डी में न्यूनतम 9000 रुपए और अधिकतम 18000 रुपए वेतनमान की नौकरियों के लिए नियुक्तियां की जाएंगी। सिक्किम में लगातार 24 साल से सीएम पवन चामलिंग के नेतृत्व वाली एसडीएफ सरकार की इस पहल का राज्य के युवाओं ने स्वागत किया है।