श्याम बेनेगल पैनल ने सुझाव दिया है कि जनस्वास्थ्य या नैतिकता को नुकसान पहुंचाने वाले या अश्लीलता, स्पष्ट तौर पर सेक्स, नशीले पदार्थों के अवैध इस्तेमाल, हिंसा का विस्तार से चित्रण किये जाने पर वयस्कों के लिए चेतावनी वाला प्रमाणन होना चाहिए।

पैनल ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सार्वजनिक किया है। इसमें कहा गया है कि फिल्म अगर वास्तविक तरीके से मानव यौनिकता या सुरक्षित सेक्स और स्वास्थ्य, यौनिक क्रिया को बताने या शिक्षित करने के लिए करे तो उसे ‘एडल्टस विद कॉशन’ का दर्जा दिया जा सकता है।

पैनल ने छह श्रेणी की सिफारिश की है, जिसमें यू (यूनिवर्सल), यूए 12 प्लस (12 साल से ज्यादा), यूए15प्लस (15 साल से ज्यादा), ए (वयस्क), एसी (एडल्टस विद कॉशन) या एस (विशेष अवसर दर्शकों के लिए) शामिल है।