शनिवार को भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे रविवार सुबह करीब नौ बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अपनी पत्नी रश्मि और बेटे आदित्य ठाकरे के साथ पीछे के द्वार से पहुंच कर रामलला के दर्शन किए और राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास को मंदिर निर्माण के लिए चांदी की ईंट भेंट की।

चुनाव में ‘राम-राम’ फिर आराम
उद्धव ने अयोध्या में प्रेस कॉन्फ्रेस की और कहा कि चुनाव में सब राम राम करते हैं, फिर आराम करते हैं। अगर अयोध्या मसले पर कोर्ट फैसला करेगा तो फिर चुनाव में राम का नाम न लें। 2019 में सरकार बने या नहीं लेकिन मंदिर जरूर बनना चाहिए। हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ अब और नहीं होना चाहिए। केंद्र सरकार अध्यादेश लाए, हम मदद करेंगे।’ इसके साथ ही उद्धव ने कहा कि अयोध्या आने का मेरा कोई एजेंडा नहीं है, मैं देश की भावना व्यक्त करने आया हूं। ये दुख की बात है कि दिन, महीने साल गुजर गए लेकिन मंदिर नहीं बन रहा। योगी जी कहते हैं कि राम मंदिर था, है और रहेगा। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि अगर है तो दिख क्यों नहीं रहा।

पहली बार पूरा ठाकरे परिवार आया महाराष्ट्र से बाहर
आपको बता दें कि पहली बार पूरा ठाकरे परिवार राज्य सीमा से बाहर आया है। इससे पहले बाला साहब ठाकुर भी सिर्फ दो बार उत्तर प्रदेश आए थे। जिसमें एक बार कोर्ट की वजह से तो दूसरी बार ‘सहारा’ प्रमुख सुब्रत रॉय के निमंत्रण पर।

बढ़ा दी गई है शहर की सुरक्षा
खुफिया ब्यूरो (आईबी) से मिली जानकारी के बाद अयोध्या शहर की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। पुलिस महानिदेशक कार्यालय से एक एडीजी, एक डीआईजी, तीन एसएसपी, 10 एएसपी, 21 डीएसपी, 160 इंस्पेक्टर, 700 कांस्टेबल, 22 कंपनी पीएसी, 5 कंपनी आरएएफ और एटीएस कमांडो की तैनाती अयोध्या में की गई है, साथ ही ड्रोन कैमरे से भी शहर कर निगरानी की जा रही है।

 

गौरतलब है कि आज (रविवार) को भक्तमल बगिया में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और बजरंग दल धर्मसभा का आयोजन कर रहे हैं। इसमें हजारों की तादाद में रामभक्तों के पहुंचने का सिलसिला जारी है।