छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के वाहन को बारूदी सुरंग विस्फोट में उड़ा दिया। इस घटना में सीआरपीएफ के एक अधिकारी समेत सात पुलिसकर्मी शहीद हो गए। राज्य के नक्सल अभियान के विशेष पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि जिले के कुआकोंडा थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने सीआरपीएफ के वाहन को बारूदी सुरंग विस्फोट में उड़ा दिया। इस घटना में सीआरपीएफ के सहायक उपनिरीक्षक डी विजय राज, हवलदार प्रदीप तिर्की, आरक्षक रूपनारायण दास, आरक्षक देवेंद्र चौरसिया, आरक्षक रंजन दास, आरक्षक वाहन चालक नाना उदय सिंह और आरक्षक जे राजेंद्रन शहीद हो गए।

अवस्थी ने बताया कि सीआरपीएफ के 230वीं बटालियन के जवान बुधवार को जिले के नेरली स्थित अपने मुख्यालय से मिनी ट्रक में सवार होकर कंपनी शिविर भूसारास की ओर रवाना हुए थे। जवान जब दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से लगभग 26 किलोमीटर दूर मैलावाड़ा और मोकपाल गांव के मध्य कलारपारा गांव के करीब पहुंचे तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। उन्होंने बताया कि विस्फोट से वाहन छिटककर सड़क से दूर जा गिरा और क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं सड़क में लगभग साढ़े चार फिट गहरा गड्ढा हो गया। इस घटना में वाहन में सवार सभी जवानों की मृत्यु हो गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ के अधिकारी और सभी जवान सादी वर्दी में और निहत्थे थे। वहीं वाहन के पीछे एक जीप थी, जिसमें ग्रामीण बैठे थे। घटना के बाद वे वहां से तत्काल चले गए और उन्होंने पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दी।

अवस्थी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस दल घटनास्थल के लिए रवाना हुआ और शवों को वहां से निकाला गया। राज्य में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों ने बताया कि नेरली स्थित बटालियन मुख्यालय से सीआरपीएफ के नौ पुलिसकर्मी वाहन में सवार होकर निकले थे, जिनमें से तीन कुछ दूरी पर स्थित रेंगानार स्थित शिविर में उतर गए और रेंगानार से एक अन्य जवान वाहन में सवार हो गया। बाद में विस्फोट में वाहन को उड़ा दिया गया।

सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि जवानों के छुट्टी में जाने और वापस आने के दौरान सतर्कता बरती जाती है और जवानों को हिदायत दी गई है कि वे इस दौरान सादी वर्दी में रहें और हथियारों के साथ सफर न करें। बुधवार को भी इसका पालन किया गया था। उन्होंने बताया कि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इस घटना के पीछे नक्सलियों के दरभा डिवीजन से संबंधित नक्सलियों का हाथ हो सकता है। पुलिस दल ने घटना को अंजाम देने वाले नक्सलियों की खोज शुरू कर दी है।