Uttarakhand Assembly: उत्तराखंड में भर्तियों में अनियमितता का मामला थमता दिखाई नहीं दे रहा है। अभी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) सचिवालय गार्ड परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामला सामने ही आया था कि उसके बाद ऐसा ही एक और मामला अब कांग्रेस पार्टी ने उठाकर धामी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने शनिवार (27 अगस्त, 2022) को उत्तराखंड विधानसभा की करीब 73 लोगों की तदर्थ भर्तियों को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसके बाद से नियुक्ति पाने वालों के नामों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिसमें सीएम धामी के OSD की पत्नी का भी नाम शमिल है।
इन भर्तियों को लेकर महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में महिला कांग्रेस नेत्रियों ने विधानसभा में बैक डोर से हुई नियुक्तियों के विरोध में विधानसभा के मुख्य द्वार पर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया।
उत्तराखंड में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने विधानसभा की भर्तियों की जांच की मांग उठाई है। जिसके बाद से नियुक्ति पाने वालों के नामों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
कांग्रेस का आरोप है कि धामी सरकार ने अपने चहेतों को नौकरी दिलाने के लिए नियम-कानून का पालन नहीं किया। कांग्रेस का यह भी आरोप है कि भर्ती के नाम पर हजारों अभ्यर्थियों से आवेदन मांगे गए, लेकिन वह भर्ती परीक्षा आयोजित नहीं हुई। भर्ती बैकडोर से की गई। जिसमें मंत्रियों के करीबियों को नौकरियां पर रखा गया।
उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष ने उन सभी मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के नाम भी सार्वजनिक किए हैं। वायरल सूची में सीएम के ओएसडी की पत्नी से लेकर मंत्रियों के कई जानकारों के नाम भी शामिल बताए जा रहे हैं। करन माहरा ने यह भी दावा है कि सरकार में मंत्री रेखा आर्य, सतपाल महाराज और मदन कौशिक के ओएसडी के परिवार के लोगों को भी नौकरी दी गई है।
वहीं विधानसभा में हुए भर्ती घोटाले पर तत्कालीन स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो भी भर्ती हुई है, वो नियमानुसार हुई हैं। उस पर बार-बार सवाल करने से क्या है। उन्होंने कहा कि विज्ञप्ति निकाली गई थी। जिसका एग्जाम कराया गया है। पत्रकार ने सवाल किया वो भर्ती हुई नहीं। इसके जवाब में अग्रवाल ने कहा कि वो मामला होई कोर्ट में लंबित है।