कांग्रेस की पूर्व प्रमुख सोनिया गांधी के दामाद और पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार (19 अप्रैल) को बीकानेर में प्लॉट को जब्त कर लिया है। ‘एएनआई’ के अनुसार, यह प्लॉट वाड्रा के करीबी सहयोगी जयप्रकाश बगारवा का है। ईडी ने प्लॉट पर अपना बोर्ड लगा दिया है, ताकि यहां किसी तरह की गतिविधि न हो सके। स्थानीय गांव के सरपंच मघराम मरोठिया का दावा है कि यह जमीन उनकी है, जिस पर वाड्रा के करीबी ने जबरन कब्जा कर लिया था। मरोठिया ने कहा, ‘ईडी के अधिकारियों ने जिस वक्त प्लॉट पर बोर्ड लगाया था, उस वक्त वह वहां मौजूद नहीं थे। वास्तव में यह जमीन मेरी है। जयप्रकाश बगारवा ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर इस पर कब्जा कर लिया था।’ ईडी ने बीकानेर जमीन घोटाला मामले में जयप्रकाश को दिसंबर, 2017 में गिरफ्तार किया था। इस मामले में उन पर मनीलांड्रिंग रोकथाम कानून के तहत आरोप लगाए गए हैं।

बीकानेर प्लॉट घोटाला: महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के बनने से विस्थापित हुए लोगों के लिए बीकानेर में प्लॉट चिह्नित किए गए थे। आरोप है के जालसाजों ने राजस्थान सरकार के अधिकारियों से मिलीभगत कर फर्जी लोगों के नाम से प्लॉट आवंटित करा लिए और फिर बाद में उस पर कब्जा कर लिया। बिना किसी जांच पड़ताल के 1,422 बीघा जमीन को फर्जी दस्तावेज के आधार पर राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में भी दर्ज करा लिया गया था। इसके एवज में फर्जी एलॉटमेंट लेटर तैयार किए गए थे, ताकि किसी को संदेह न हो। प्लॉट घोटाले में ईडी ने एक कंपनी को नोटिस भी जारी किया है। बताया जाता है कि इस कंपनी का संबंध रॉबर्ट वाड्रा से है। बता दें कि ईडी ने इस घोटाले को लेकर 6 मई, 2017 को बीकानेर और आसपास के 8 स्थानों पर छापे मारे थे। इसके अलावा रियल एस्टेट डेवलपर्स और राजस्थान सरकार के अधिकारियों के खिलाफ मनीलांड्रिंग रोकथाम कानून के तहत मामला भी दर्ज किया था। कंपनी ने बीकानेर के कोलायत इलाके में 275 बीघा जमीन खरीदी थी। यह जमीन भी उसी का हिस्सा हैं। मालूम हो कि वाड्रा की कंपनी पर हरियाणा में भी गलत तरीके से जमीन लेने का आरोप है।