Gurmeet Ram Rahim: बलात्कार के केस में सजायाफ्ता डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 40 दिन की पैरोल मिली है। जिसके बाद वह उत्तर प्रदेश के बरनावा में डेरा सच्चा सौदा आश्रम पहुंचा।
यह कदम आदमपुर विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले उठाया गया है। आदमपुर में तीन नवंबर को उपचुनाव होने हैं। पैरोल मिलने के बाद राम रहीम शनिवार सुबह बरनावा आश्रम पहुंच गया। डेरा प्रमुख के आने को लेकर उनके स्वागत में आश्रम में तैयारियां की गई हैं। वहीं, बरनावा सच्चा सौदा आश्रम पहुंचते ही डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर अपने अनुयायियों को संदेश दिया। उसने सभी अनुयायियों से अनुशासन बनाए रखने और किसी भी तरह की कोई भगदड़ नहीं करने की अपील की।
एक महीने की पैरोल की मांग: इससे पहले राम रहीम के परिवार ने एक महीने की पैरोल की मांग करते हुए जेल अधिकारियों को एक आवेदन पत्र दिया था। जिसके बाद हरियाणा के जेल मंत्री रंजीत सिंह ने 11 अक्टूबर को आवेदन की जांच करने के दौरान कहा था, “पैरोल आवेदन की संबंधित अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है। निर्णय कानून के अनुसार लिया जाएगा।” शुक्रवार को राम रहीम की अर्जी स्वीकार कर ली गयी थी।
2022 में दो बार पैरोल पर बाहर: इससे पहले गुरमीत राम रहीम 2021 में तीन बार और 2022 में दो बार पैरोल पर बाहर था। फरवरी में 21 दिन और जून में एक महीने के लिए वह पैरोल पर बाहर था। 28 फरवरी को पैरोल अवधि समाप्त होने के बाद राम रहीम को सुनारिया जेल लाया गया था। जेल अधिकारियों के अनुसार वह 31 दिसंबर, 2022 से पहले कम से कम 40 दिनों के पैरोल की मांग कर सकता है। कानून एक अपराधी को जिसने अपने कारावास के कुछ निश्चित वर्ष पूरे कर लिए हैं साल में 90 दिनों के लिए जेल से बाहर रहने की अनुमति देता है।
20 साल की सजा: राम रहीम सिरसा स्थित अपने आश्रम में दो महिला अनुयायियों से बलात्कार के मामले में 20 साल की कैद की सजा काट रहा है। डेरा प्रमुख को पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने अगस्त 2017 में मामले में दोषी करार दिया था। इसके अलावा गुरमीत राम रहीम को पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में भी कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी।