बेटियां बेटों से कम नहीं होती हैं। समाज में ऐसा संदेश देने के लिए राजस्थान के अलवर में एक परिवार ने अपनी दुल्हन बेटी की बारात निकाल कर सदियों से चली आ रही वैवाहिक परंपरा को तोड़ने की कोशिश की है। ईटीवी के मुताबिक अलवर के बहरोड़ कस्बे की जिया शर्मा अपनी बारात लेकर सखी-सहेलियों संग नाचते-गाते विवाह स्थल पर पहुंचीं। दुल्हन बैंड बाजे के साथ सजी-धजी बग्घी पर सवार हुई। रास्ते भर जिया की सहेलियों और परिवार वालों ने बैंड-बाजे की धुन पर खूब नाच-गान किया। इस दौरान उनके परिजन काफी खुश नजर आ रहे थे।
दरअसल, कैलाश शर्मा की बेटी जिया शर्मा की शादी होडल के रहने वाले गिरिराज शर्मा के बेटे लोकेश से तय हुई थी। पूर्व निर्धारित वैवाहिक कार्यक्रम के तहत दोनों की शादी स्वरूप विलास पैसेल मैरिज गार्डेन में होनी थी। तय कार्यक्रम के मुताबिक दुल्हन जिया शर्मा बारात लेकर नाचते-गाते मैरिज गार्डेन तक पहुंची। दूसरी तरफ दूल्हा लोकेश शर्मा भी अपने घर से बैंड-बाजे के साथ बारात लेकर मैरिज गार्डेन तक पहुंचा। दोनों तरफ से आई बारात का दोनों पक्ष ने स्वागत किया, फिर इसके बाद शादी की अन्य रस्में पूरी की गईं।
दोनों पक्ष के रिश्तेदारों, सगे-संबंधियों और पारिवारिक मित्रों के बीच दूल्हे ने दुल्हन को वरमाला पहनाई, फिर मंडप में हिन्दू रीति-रिवाज से अग्नि के साथ फेरे लिए और जन्म जन्मांतर तक दोनों एक- दूजे के हो गए। बुधवार रात को हुई इस अनूठी शादी में जिया के रिश्तेदार इस बात से काफी खुश नजर आए कि उन लोगों ने अपनी बेटी की शादी एक बेटे की तरह की।
