राजस्थान की बीजेपी सरकार के मंत्री के बेटे को 45 वर्षीय व्यक्ति की हत्या में आरोपी बनाया गया है। मंत्री के बेटे के अलावा मामले में पांच अन्य लोग अभियुक्त बनाए गए हैं। हरीश सिंधी की सुखबीर और धर्मेंद्र ने सोमवार को अदालत परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। सिंधी हनुमानगढ़ अदालत में एक हत्या के मामले में गवाही देने गए थे। दोनों हमलावरों को पुलिस ने सोमवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को पुलिस ने जल संसाधन मंत्री रामप्रताप के बेटे अमित साहू के अलावा तीन अन्य लोगों को मामले में अभियुक्त बनाया। मंत्री रामप्रताप हनुमानगढ़ से ही बीजेपी विधायक हैं।
सभी छह अभियुक्तों पर हत्या, हत्या की कोशिश, आपराधिक षडयंत्र और आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि साहू ने हमलावरों से किसी भी तरह का संबंध होने से इनकार किया। उन्होंने मामले को “राजनीतिक साजिश” बताया। साहू ने कहा, “मेरे इस मामले से कोई संबंध नहीं। मुझे गलत फंसाया जा रहा है। मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं।” साहू ने यह भी कहा कि पुलिस ने उनसे अब तक संपर्क नहीं किया है।
साहू ने कहा, “मैं अदालत परिसर में मौजूद था। मैं अदालत के निकट स्थित कलेक्टर ऑफिस गया था। मेरे वहां होने से मामले का कोई लेना देना नहीं है।” समाचार एजेंसी पीटीआई ने मंत्री रामप्रताप से संपर्क की कोशिश की लेकिन मंत्रिमंडल की बैठक में होन के कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका। दूसरी तरफ सिंधी के अंतिम संस्कार के बाद उनके परिवार वालों ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन किया। सिंधी के साथ अदालत में मौजूद मोनू सिंह ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी।
