राजस्थान के अलवर जिले में स्थित सरिस्का बाघ अभ्यारण्य से सटे ग्रामीण क्षेत्र में छह लोगों को शिकार बना चुके संदिग्ध तेंदुए के मंगलवार (21 फरवरी) सुबह पकड़े जाने के साथ ही दस दिनों से जारी ‘तेंदुआ पकड़ो अभियान’ समाप्त हो गया। सरिस्का के क्षेत्रीय वन अधिकारी आर एस शेखावत ने यह जानकारी देते हुए बताया कि छह लोगों पर हमला कर उन्हे मारने वाले संदिग्ध नर तेंदुए को पकड़ लिया गया है। पिंजरे में बंद हुए करीब दस साल के तेंदुए की पशु चिकित्सकों ने शुरुआती जांच करने के बाद उसे विस्तृत जांच के लिए जयपुर चिड़ियाघर भेज दिया है। उन्होने कहा कि यह माना जा रहा है कि आज (मंगलवार, 21 फरवरी) पकड़े गये तेंदुए ने भी विगत महीनों में दो महिलाओं समेत छह लोगों पर हमला कर उन्हें अपना शिकार बनाया है।
शेखावत ने कहा कि इसी के साथ ही गत 12 फरवरी से चल रहा ‘तेंदुआ पकड़ो अभियान’ खत्म हो गया। वन विभाग ने तेंदुआ द्वारा लगातार दो दिन चार लोगों को अपना शिकार बनाने के बाद तेंदुए को जिंदा पकड़ने या उसे गोली मारने के आदेश दिये थे। तेंदुए को पकड़ने के लिए जिला प्रशासन और वन विभाग के 400 से अधिक कर्मी तलाशी अभियान में जुटे थे। वन विभाग के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अभियान से पहले विभाग ने चार तेंदुओं को पकड़ कर जयपुर चिड़ियाघर भेजा है। इनमें से एक तेंदुआ को पकड़ने के दो दिन बाद ही वापस सरिस्का क्षेत्र में छोड़ दिया था। उन्होने बताया कि आज (मंगलवार, 21 फरवरी) पकड़े गये तेंदुआ की पशु चिकित्सकों का दल जांच कर पता लगायेगा कि क्या उसने ही चार लोगों को शिकार बनाया या और कोई तेंदुआ भी है।
