नोटबंदी के बाद से गरीबों के खाते में लगातार बड़ी रकम आने की खबरें सामने आ रही है। सोमवार को एक चायवाले के खाते में 4.8 करोड़ रुपए आ गए हैं। इसके बाद से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जयपुर के रहने वाले राजकुमार जयपुर उद्योग भवन के बाहर चाय की दुकान लगाते हैं। चायवाले को जब इस बारे में पता चला तो वह चौंक गया। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने करीब 5 घंटे तक उनसे पूछताछ की। चायवाले पर ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदलने का आरोप है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक राजकुमार ने बताया कि वह एक साधारण इंसान है और उसे नहीं पता है कि ये पैसे कैसे उसके अकाउंट में आए। हालांकि बाद में पता चला कि बैंक ने एंट्री में कुछ गलती की है। 5 घंटे की जांच के बाद उसे बैंक ले जाया गया और जब बैंक मैनेजर ने रिकॉर्ड की जांच की तो पाया कि बैंक में केवल 3 करोड़ 32 लाख रुपए जमा हुए हैं। चायवाले ने बताया कि मैंने 1000 रुपए के 48 नोट जमा किए थे। लेकिन बैंककर्मी की गलती की वजह से उसे दो दिन तक जांच का सामना करना पड़ा।
बैंक ऑफ बड़ौदा के ब्रान्च मैनेजर ने बताया कि मैनुअल गलती है और काम ज्यादा होने के कारण ऐसा हो गया है। गलती को सुधार लिया गया है और 4 करोड़ 80 लाख को ठीक करके 48,000 कर दिया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले पंजाब के रहने वाले एक टैक्सी ड्राइवर के जनधन अकाउंट में करीब 9,806 करोड़ रुपए आ गए थे। बाइल पर मैसेज आने के बाद टैक्सी ड्राइवर बैंक मैनेजर के पास गया तो मैनेजर ने उसकी पासबुक अपने पास रखकर वापस भेज दिया और तीन दिन बाद नई पासबुक दे दी। हालांकि बैंक मैनेजर संदीप गर्ग ने इस मामले में सफाई दी है। उन्होंने बताया कि खाता धारक बैंक का वेंडर है। वह रोज बैंक के लिए टैक्सी सर्विस देता था। जिसके एवज में उसको प्रतिदिन 200 रुपए मिलते थे जो कि उसके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाते थे। उन्होंने बताया कि एक अस्सिटेंट मैनेजर ने गलती से बैंक के आंतरिक बही खाता का अकाउंट नंबर डाल दिया। इस गलती को अगले दिन देखा गया तो एंट्री को सही कर दिया गया।

