उसे कोटा के किसी कोचिंग सेंटर की मदद नहीं लेनी पड़ी। ना ही उसने एंट्रेंस टेस्ट पर फोकस करने के लिए एक साल का गैप लिया। उसने एक साल पहले ही आईआईटी-JEE की तैयारी शुरू की थी और जब रिजल्ट आया तो सब हैरान रह गए। 17 साल के कल्पित वीरवल ने JEE मेन्स एग्जाम में 360 में से 360 अंक हासिल करके इतिहास रच दिया। कंपाउंडर पिता और उदयपुर की एक स्कूल टीचर मां का बेटा कल्पित पहला ऐसा छात्र बन गया है जिसने इस परीक्षा में सौ फीसदी अंक हासिल किए हों। इस बात की पुष्टि खुद सीबीएसई चेरयपर्सन आरके चतुर्वेदी ने की। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंदरा राजे ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “JEE Main परीक्षा में 100 फीसदी अंक हासिल करने वाले कल्पित पहला छात्र बन गया है। राजस्थान को तुम पर गर्व है।”

गुरुवार (27 अप्रैल) को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने आईआईटी और एमएनआईटी कॉलेजों में दाखिला लेने के पहले पड़ाव जेईई मेंस परीक्षा के नतीजे जारी किए हैं। 12वीं क्लास में पढ़ने वाले कल्पित ने SC कैटेगरी में एग्जाम दिया था और उन्होंने एससी वर्ग में भी प्रथम स्थान हासिल किया है। हालांकि कल्पित के माता-पिता को इतनी भी हैरानी नहीं हुई। कल्पित इससे पहले 2013 में हुई इंडियन जूनियर साइंस ओलंपियाड व पिछले साल हुए नेशनल टैलेंट सर्च एग्जाम को भी टॉप कर चुका है।

कल्पित के पिता पुष्पेंद्र वीरवल ने कहा, “हमें अपने बेटे पर गर्व है। वह सुबह 6 बजे उठता है, स्कूल और कोचिंग से शाम 5 बजे तक फ्री होता है। थोड़ा सा ब्रेक लेने के बाद फिर से पढ़ाई करने लगता है।” कल्पित की मां एक सरकारी टीचर हैं। कल्पित ने बताया कि हर दिन 17 घंटे की पढ़ाई के बाद वह क्रिकेट और बैडमिंटन खेलने का वक्त भी निकाल लेता है। उसे Coldplay, लिंकिन पर्क और एड शीरन का म्यूजिक बेहद पसंद है। कल्पित ने क्लास 8 से ही इस एग्जाम के लिए कोचिंग इंस्टिट्यूट जाना शुरू कर दिया था। उसने कहा, “मैने ऐसे परीक्षा और इसकी तैयारी को समझने के लिए किया था। हालांकि गंभीरता से JEE Mains की तैयारी पिछले साल ही शुरू की थी”