लोग कहते हैं कि खून के रिश्तों से बढ़कर दुनिया में कोई रिश्ता नहीं होता। हर सुख-दुख में हमेशा अपने खून के रिश्ते ही काम आते हैं लेकिन देश में एक ऐसी घटना घटी है जिससे खून के रिश्तों पर विश्वास करना मुश्किल हो गया है। ताजा मामला राजस्थान के अलवर का है जहां पर एक पिता ने अपनी नाबालिग बेटी को सात लाख रुपए में बेचने की कोशिश की। खून के रिश्तों से बढ़कर तो लड़की का पड़ोसी निकला जिसने उसे बेचे जाने से बचा लिया। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। लड़की की उम्र 14 साल है और वह अलवर के पास के एक गांव की रहने वाली है।

लड़की द्वारा पुलिस को दिए गए बयान के अनुसार रविवार को लड़की के पिता बलवीर ने लीलाधर जट, ईश्वर सिंह और सुभाष अग्रवाल के साथ अपने बेटी को बेचने का सौदा पक्का किया था। लड़की ने बताया कि इस सौदे में उसकी मां भी शामिल है। लड़की ने अपने बयान में कहा कि उसके माता-पिता दैनिक भत्ते पर काम करते हैं। काम ढूंढने के लिए उसके पिता हरियाणा गए जहां उसकी मुलाकात इन खरीदारों से हुई। ईश्वर सिंह ने उसके पिता से कहा था कि वह अपनी बेटी की शादी एक अमीर आदमी से करा दे जिसकी उम्र 35 साल है। ईश्वर सिंह ने कहा उसकी बेटी वहां बहुत खुश रहेगी और वह जिंदगी भर राज करेगी। यह सुनकर लड़की का पिता उसे बेचने के लिए तैयार हो गया। सौदा तय होने के बाद जब सभी आरोपी जबरजस्ती लड़की को एसयूवी गाड़ी में बैठाकर ले जाने की कोशिश कर रहे थे तो लड़की चिल्लाने लगी और उसके पड़ोसी ने देख लिया। पड़ोसी ने वहां आकर लड़की को आरोपियों के चंगुल से बचाया और उनकी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना के बाद नाबालिग ने अपने घर वापस जाने से मना कर दिया है और वह अपनी दादी के घर जाना चाहती है। अधिकारी ने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ अपहरण के लिए धारा 363 और अपराधिक षड़यंत्र के लिए धारा 120बी के तहत केस दर्ज कर लिया है।