यहां एक अनुसूचित जाति के आईएएस अफसर ने गुरुवार को इस्लाम कबूल कर लिया। इसके अलावा, उन्होंने वॉलंट्री रिटायरमेंट के लिए भी अप्लाई किया है। चीफ सेक्रेटरी सीएस राजन का कार्यकाल बढ़ाने के विरोध में आईएएस अफसर ने ऐसा किया है।
इस्लाम कबूल करने वाले आईएएस अफसर और राजस्थान स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के चेयरमैन उमराव सालोदिया ने कहा, ”मैं RSRTC का चेयरमैन हूं और आखिरी चार साल से एडिशनल चीफ सेक्रेटरी भी हूं। मैं चीफ सेक्रेटरी पद के लिए दावेदार था, लेकिन वर्तमान सीएस को तीन महीने का एक्सटेंशन दे दिया गया। मैं एक जूनियर के नीचे काम नहीं कर सकता। मुझे ऐसा लगता है कि अनुसूचित जाति और सीनियर आईएएस कैडर का होने की वजह से मुझे सेक्रेटरी का पद मिलना चाहिए था। मैं पीडि़त महसूस कर रहा हूं। मैंने वीआरएस लेने के लिए राज्य सरकार को तीन महीने का नोटिस दिया है। अब राज्य सरकार को मेरे वीआरएस पर फैसला लेना है। मेरा रिटायरमेंट जून 2016 में है। अब मैं उमराव खान कहलाऊंगा। एक हिंदू और अनुसूचित जाति का सदस्य होने की वजह से मैं हमेशा शोषित महसूस करता रहा हूं। मैंने मस्जिद में कलमा पढ़कर इस्लाम कबूल कर लिया है। हालांकि, मेरे परिवार के सदस्यों ने अपना मजहब नहीं बदला है।” सालोदिया ने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने एक मामले में जुडिशियल ऑफिसर के खिलाफ 2014 में मामला दर्ज कराया, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

