उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा के कथित पेपर लीक प्रकरण में पुष्कर सिंह धामी सरकार ने सख्त रूख अपनाया हुआ है। गुरुवार को हरिद्वार में परीक्षा के लिए नियुक्त सेक्टर मजिस्ट्रेट और परीक्षा केंद्र पर तैनात दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। वहीं मुख्य आरोपी खालिद मलिक के परिवार द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अतिक्रमण को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया।

दो पुलिसकर्मी निलंबित

इसके साथ ही, हरिद्वार जिले के बहादरपुर जट गांव में स्थित परीक्षा केंद्र आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज पर तैनात किए गए दारोगा रोहित कुमार और सिपाही ब्रह्मदत्त जोशी को भी निलंबित कर दिया गया। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने दोनों पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित करते हुए रुड़की के पुलिस क्षेत्राधिकारी नरेंद्र पंत को इस मामले की जांच सौंपी है।

इस मामले में पुलिस हरिद्वार के इसी परीक्षा केंद्र से अभ्यर्थी के रूप में शामिल हुए खालिद और उसकी बहन साबिया को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस के अनुसार खालिद ने परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर साबिया को भेजी थी जिसने टिहरी की एक सहायक प्रोफेसर सुमन को वे प्रश्न भेजकर उनके उत्तर हासिल किए। इसी दौरान सुमन को उन प्रश्नों पर शक हुआ जिसके बाद उसने उनके स्क्रीनशॉट लेकर एक अन्य व्यक्ति से यह जानकारी साझा की जिसने पुलिस या किसी सक्षम अधिकारी के पास जाने की बजाय उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।

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खालिद के गांव में चला बुलडोजर

वहीं लक्सर के उपजिलाधिकारी (SDM) सौरभ असवाल और हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक (देहात) शेखर सुयाल की अगुवाई में राजस्व और पुलिस टीम ने खालिद और उसके परिवार द्वारा लक्सर के सुल्तानपुर कस्बे में लोक निर्माण विभाग की जमीन पर अतिक्रमण कर बनायी गयी दुकान को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। खालिद इसी गांव का रहने वाला है।

सौरभ असवाल ने बताया कि अतिक्रमण के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है जिसके तहत सुल्तानपुर अली चौक तथा अन्य जगहों पर सरकारी जमीन पर अवैध निर्माणों को हटाया गया है। इस दौरान सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया था। इससे पहले खालिद के पिता के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा भी दर्ज किया जा चुका है।