पंजाब के फरीदकोट जिले में गुरुवार को एक किसान ने अपने तीन बच्‍चों को नहर में ढकेलने के बाद खुद भी छलांग लगा दी। शुक्रवार तक उनकी लाशों का पता पुलिस को नहीं चल सका था। घटना फरीदकोट के मचकी माल सिंह गांव की है। 42 साल के जगजीत सिंह ने गुरुवार को अपने तीन बच्‍चों हरमनवीर (10), जश्‍नदीप (8) और जसगीर (7) को नहर में ढकेला, उसके बाद खुद भी छलांग लगा दी। बताया जा रहा है कि जगजीत करीब 8 लाख रुपए के कर्ज में डूबा था, मगर पुलिस का कहना है कि अभी कुछ साफ नहीं है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ”चूंकि उसकी पत्‍नी उसे चार साल पहले छोड़ गई थी, वह (जगजीत) तनाव में रहता था और खुद बच्‍चों को पाल रहा था। यह जांच के बाद ही साफ होगा कि वह क्‍यों कूदा। लेकिन जब तक लाशें नहीं मिलतीं, हम यह भी नहीं कह सकते कि वह कूदा था। प्राथमिकता लाशें बरामद करने की है।”

जगजीत की बूढ़ी मां गुरमैल कौर ने कहा कि उनका बेटा परेशान था और उसने तीनों बच्‍चों का स्‍कूल बंद कराने की भी कोशिश की थी। लेकिन तीनों ने उसकी बात नहीं सुनी। गुरुवार को जगजीत ने बच्‍चों को स्‍कूल नहीं जाने दिया। जगजीत की मोटरसाइकिल नहर से बरामद की गई है। शुक्रवार को जगजीत के घर पर राजनेताओं का जमावड़ा लगा और उसकी मां को मदद का ‘आश्‍वासन’ दिया। शिरोमणि अकाली दल के स्‍थानीय सांसद मंतर सिंह बरार भी जगजीत के घर पहुंचे और उसकी मां की मदद का वादा किया।

फरीदकोट एसएसपी दर्शन सिंह मान ने कहा कि लाशें बरामद करने के लिए टीमें लगाई गई हैं। उन्‍होंने कहा कि हालांकि यह आत्‍महत्‍या का मामला लग रहा है, असल वजह जानने के लिए जांच की जा रही है।