पंजाब में सोमवार (10 अक्टूबर) को एक दलित लड़के की लाश बरामद हुई। उसका उल्टा पांव कटा हुआ था। यह लाश पंजाब के मनसा जिले के घरआंगा गांव के पास से बरामद हुई। लाश की पहचान सुखचैन सिंह पाली के नाम से हुई। वह 22 साल का था। पुलिस ने उसी गांव के 6 लोगों पर सुखचैन की हत्या का केस दर्ज किया है। वे सभी ऊंची जाति के हैं। सुखचैन की लाश अब भी मनसा के सिविल हॉस्पिटल में है। परिवार वालों का कहना है कि वह कटी हुई टांग के मिलने और आरोपियों के पकड़े जाने के बाद ही अंतिम संस्कार करेंगे।
सुखचैन के पिता रेशम सिंह के अनुसार जिस वक्त सुखचैन गांव की तरफ वापस आ रहा था तब उनके पुराने दुश्मनों ने उसपर हमला किया। जिसमें गांव के जमींदार अमनदीप, बलबीर सिंह और कुछ लोग शामिल थे। रेशम सिंह ने अनुसार वे सभी शराब की तस्करी करते हैं। हालांकि, जानकारी मिली है कि सुखचैन भी इसी धंधे में था। सोमवार को जब रेशम सिंह को पता लगा कि उन लोगों ने उसके बेटे पर हमला किया है तो वह थाने पहुंचे। वहां उन्होंने पुलिस को सब बताया। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो उन्हें सुखचैन की बॉडी बलबीर के घर से मिली। उस वक्त रात के 10 बज रहे थे।

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फिलहाल बॉडी का पोस्टमॉर्टम भी नहीं हुआ है लेकिन अमनदीप, बलबीर, सीता सिंह, बरीक सिंह, हरदीप सिंह, संधु सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, सुखचैन और अमनदीप के गिरोह के बीच पहले भी कई बार लड़ाईयां हुई हैं। पुलिस अभी किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। लेकिन एसएसपी मुखविंदर सिंह का कहना है कि वह सभी दोषियों को जल्द ही पकड़ लेंगे। मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया है। CPI(ML) के नेता अमरिक सिंह और मजदूर मुक्ति मोर्चा के गुरमीत सिंह सुखचैन के परिवार के साथ आकर हॉस्पिटल के बाहर प्रदर्शन करते देखे गए। वहीं गांव के सरपंच ने भी दलित परिवार का साथ दिया।

पिछले साल दिसंबर में भी भीम टांक नाम के एक दलित लड़के का शव बरामद हुआ था। उसकी टांग और हाथ दोनों काट दिए गए थे।