चालान अभियान के पहले दिन चंडीगढ़ नगर निगम ने सोमवार (1 अप्रैल) को गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। दरअसल पिछले हफ्ते चंडीगढ़ म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा अधिसूचना जारी की गई है। इस अधिसूचना के अनुसार रिहायशी इलाकों और बाजारों में गंदगी फैलाने पर 10 हजार रुपये की जुर्माना रााशि रखी गई है। जिसके तहत सोमवार को गंदगी फैलाने पर 45 लोगों का चालान काटकर हर एक शख्स से 10 हजार रुपये वसूले गए।

पहले सिर्फ 500 रुपए था चालान: बता दें ऐसा पहली बार हुआ है कि गंदगी फैलाने पर जुर्माने के तौर पर इतनी बड़ी रकम वसूली गई हो। इससे पहले शहर में किसी भी तरह की गंदगी फैलाने पर 500 से अधिक रुपये का चालान नहीं कटता था।

National Hindi News, 2 April 2019 LIVE Updates: जानें दिनभर की अपडेट्स

पॉलिथीन के प्रयोग पर कटे चालानः चंडीगढ़ में नगर निगम की सेनिटेशन विंग के इंस्पेक्टरों ने पूरे शहर में घूम-घूमकर 90 लोगों के चालान काटे। यही नहीं केवल गंदगी फैलाने वाले लोगों के खिलाफ चालान नहीं काटा गया। इस दौरान पॉलिथीन के प्रयोग करने वाले 40 लोगों के खिलाफ चालान काटा गया। बता दें पॉलथीन के प्रयोग के खिलाफ 5 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया है। वहीं निगम के सेनीटेशन विंग के इंस्पेक्टरों ने जुर्माना राशि भरने के लिए डिफाल्टर्स को एक हफ्ते का समय दिया है। गौरतलब है कि यदि जुर्माना राशि तय समय में नहीं भरी गई तो उसे पानी के बिल के साथ जोड़कर भेजा जाएगा।

 

गांवों में चेतावनी देकर छोड़ाः नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि गांवों में गंदगी फैलाने के सिलसिले में 30 लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। हालांकि फिलहाल उन्हें केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी अमृत पाल सिंह ने कहा कि सोमवार को कई रेस्टोरेंट्स में भी गंदगी पाई गई जिसके तहत उनके चालान काटे गए। उन्होंने बताया कि ज्यादातर चालान सेक्टर 22, 23, 43, 44 और 35 है। इसके साथ ही पाल ने बताया कि मंगलवार (2 अप्रैल) से जिन घरों में गंदगी पाई जाएगी उन घरों के मालिकों के चालान भी काटे जाएंगे। अधिकारी ने कहा कि उनका मकसद इस चालान से पैसा कमाना नहीं है बल्कि लोगों को गंदगी न फैलाने के लिए जागरुक करना है। इसके साथ ही अधिकारी ने बताया कि पालतू जानवरों के मल को न हटाने से मालिकों को 10,000 रुपये का फाइन लिया जाएगा।