Dussehra 2019: चंडीगढ़ में देश का सबसे ऊंचा रावण बनाकर तैयार हो चुका है। कई महीनों की मेहनत के बाद 221 फुट लंबे रावण के इस पुतले की में कई खासियतें हैं। बताया जा रहा है कि इस पुतले को खड़ा करने के लिए क्रेन, जेसीबी और करीब 150 लोगों की मदद लेनी पड़ी। इसका वजन करीब 70 क्विंटल बताया जा रहा है। फिलहाल इसे देखने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। रावण के इस पुतले को अंबाला के बराड़ा निवासी राणा तेजिंदर सिंह चौहान ने बनाया है।
क्या है खासियत: बताया जा रहा है कि इस रावण के पुतले को खड़ा करने में क्रेन, जेसीबी और सैकड़ों लोगों की मदद ली गई। इसे बनाने में 3 हजार मीटर कपड़े और समेत ढाई हजार मीटर जूट का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही करीब दो लाख हजार वर्ग फीट जगह रावण के पुतले के लिए रिजर्व की गई है। रावण दहन रिमोट कंट्रोल के जरिये होगा।
Chandigarh: Tallest effigy of Ravan, with a height of 221 feet, will be burnt on #Dussehra at the Gadda Ground of the EWS Colony, Dhanas. The effigy was built within a span of 6 months with the help of 40 workers. (03.10.2019) pic.twitter.com/4ZrkSm7Dcc
— ANI (@ANI) October 3, 2019
रावण का पुतला: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रावण की 25 मूंछें फीट लंबी हैं। साथ ही उसको जूतों का साइज 40 फीट लंबा है। वहीं मुकुट का साइज 60 फीट और तलवार 55 फीट लंबी है। इस पुतले को पुतले को 40 मजदूरों की मदद से 6 महीने के भीतर बनाया गया था।
रावण बनाने का वाले का बयान: रावण के पुतले को तैयार करने वाले तजिंदर सिंह चौहान का कहना है कि बारिश में भी इस रावण को जलाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इस बनाने में कई हजार मीटर कपड़े और जूट के मैट का इस्तेमाल किया गया है। बनावट ऐसी है कि बारिश का पानी अंदर नहीं जायेगा।