पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार पर कांग्रेस किसी न किसी मुद्दे को लेकर हमलावर रहती है। अब किसानों की आत्माहत्या के मुद्दे पर कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने आप सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए ट्वीट किया और कहा, “अब एक मौका केजरीवाल को…?”
टीओआई की इस खबर में फारमर्स पॉलिटिकल फ्रंट संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम) ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने के बाद पिछले दो महीनों में पंजाब में कर्ज की वजह से 27 किसानों ने आत्महत्या की है, जबकि करीब 50 लोग ड्रग्स के कारण मर गए और इस दौरान कई हत्याएं भी हुईं।
एसएसएम नेता सतबीर सिंह वालिया, रवनीत सिंह बरार और अर्शदीप सिंह ने रविवार को कहा कि 16 मार्च को सीएम भगवंत मान ने शपथ ली। राज्य में सरकार के गठन के दो महीने के बाद किसानों की आत्महत्या का विवरण दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि 17 मार्च को दो किसानों ने आत्महत्या की। एक किसान ने 27 मार्च को, फिर 3 अप्रैल और 11 अप्रैल को एक-एक किसान ने आत्महत्या कर ली। इसके बाद, 16 अप्रैल को तीन किसानों ने आत्महत्या की।
फारमर्स पॉलिटिकल फ्रंट ने यह भी दावा किया कि 17, 19, 20, 21, 23, 24, 25, 26, 27, 28 और 29 अप्रैल, 6, 13 और 14 मई को भी किसानों ने आत्महत्याएं कीं। आत्महत्या करने वाले 27 किसानों में नौ बठिंडा, सात मनसा, तीन मोगा, दो पटियाला और एक-एक बरनाला, मुक्तसर, फाजिल्का, संगरूर, गुरदासपुर और अमृतसर के थे।
एसएसएम नेताओं ने कहा कि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 28 अक्टूबर, 2021 को मानसा में किसानों के साथ बातचीत करते हुए दावा किया था कि अगर पार्टी पंजाब में सरकार बनाती है, तो वह ऐसी किसान-उन्मुख नीतियां बनाएगी कि किसान आत्महत्या नहीं करेंगे, जबकि वास्तव में, 60 दिनों में 27 किसान आत्महत्या कर चुके हैं।”