कमलदीप सिंह बरार, नवजीवन गोपाल, कंचन वासुदेव
पंजाब में रावण दहन देखने के दौरान ट्रेन से कटकर 59 लोगों की मौत के मामले में एक दिन बाद राज्य सरकार के मंत्री नवाजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पत्नी और पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू का बचाव किया है। दरअसल, उनकी पत्नी और आयोजकों पर यह आरोप लगा रहा था कि दशहारा उत्सव के लिए उनलोगों के पास सभी जरूरी अनुमति नहीं थी। साथ ही उनलोगों ने इस उत्सव स्थल का चयन करते हुए व्यस्त रेलवे लाइन को अनदेखा किया। नवजोत सिंह और नवजोत कौर दोनों ने द संडे एक्सप्रेस को अलग से बताया कि धोबी घाट दशहरा उत्सव के दौरान बार-बार घोषणा की जा रही थी कि मेला घूमने आए लोग गुजरने वाली ट्रेनों से सावधान रहें। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, “मंच से हर पांच मिनट में आयोजकों द्वारा घोषणाएं की गईं ताकि लोगों को पटरियों से स्पष्ट रूप से दूर रहने के लिए कहा जा सके।”
नवाजोत सिंह और उनकी पत्नी दोनों एक शनिवार को वायरल हुए एक वीडियो पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। वीडियो में यह दिख रहा था कि एक आदमी जिसकी पहचान संदीप बावा के रूप में की गई है, जो कि आॅरकेस्ट्रा कार्यक्रम में मंच का संचालन भी कर रहा है, वे लोगों को मुख्य अतिथि नवजोत कौर सिद्धू के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि “5000 लोग ट्रैक पर खड़े हैं और बिना किसी चिंता के शो देख रहे हैं।” नवजोत कौर ने कहा कि वे आदमी इससे पहले लोगों से ट्रैक पर खड़े न होने की अपील भी कर रहे हैं। नवजोत कहती हैं, “धोबी घाट कार्यक्रम उनका चौथा कार्यक्रम था। कई बार राजनेताओं के लिए इस तरह के कार्यक्रम में शामिल होना मजबूरी होती है।” वे यह पता कर रही हैं कि आयोजकों ने कार्यक्रम के लिए सभी तरह की अनुमति ली थी या नहीं?
नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर पूर्व के विधायक हैं, जहां धोबी घाट ग्राउंड स्थित है। लेकिन वे इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित नहीं थे। वे कोझिकोड के रास्ते में थे। शनिवार को अमृतसर लौटने के बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ घटनास्थल और अस्पताल पहुंचे। संडे एक्सप्रेस के साथ बात करते हुए उन्होंने एक और वीडियो का जिक्र किया जिसमें लोकगायक भुट्टा मोहम्म्द स्टेज से यह घोषणा करते दिख रहे है कि ट्रैक पर खड़े लोग सावधान रहें। सिद्धू ने रेलवे को ‘लापरवाही’ के लिए दोषी ठहराया। नवजोत सिंह ने पूछा कि रेलवे ने आवासीय क्षेत्र में “इतनी तेज गति से” गाड़ी चलाते समय ड्राइवर को “क्लीन चिट” क्यों दिया था। उन्होंने यह भी दावा किया कि आयोजकों ने जिला प्रशासन और पुलिस से अनुमति ली है। हालांकि, नगर आयुक्त सोनाली गिरी ने रविवार को एक्सप्रेस को बताया, “नगर पालिका से कोई अनुमति नहीं मांगी गई थी और हमारी ओर किसी तरह की अनुमति नहीं दी गई थी।”