कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि ईसाई समाज और पूरे देश की भावनाओं का ध्यान रखते हुए सरकार को पोप फ्रांसिस को आधिकारिक रूप से भारत में आमंत्रित करना चाहिए। सदन में शून्यकाल के दौरान सुरेश ने कहा कि ईसाई संगठनों ने मांग की है किबीज पोप को आमंत्रित किया जाए। खुद पोप ने म्यांमा दौरे के समय भारत की यात्रा की इच्छा जताई थी। उन्होंने कहा कि ईसाई समाज और देश की भावनाओं का ध्यान रखते हुए भारत सरकार को पोप को आधिकारिक रूप से आमंत्रित करना चाहिए। कांग्रेस के गौरव गोगोई ने देश में बाघों की संख्या बढ़ने पर खुशी जताई और मौजूदा सरकार एवं पूर्व की कांग्रेस सरकारों को इसके लिए धन्यवाद दिया। भाजपा के जुगल किशोर और कुछ अन्य सदस्यों ने भी अपने अपने क्षेत्रों के मुद्दे उठाए।

पिछले दिनों ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति के पैर चूमते हुए एक तस्वीर वायरल हुई थी। विश्व में शांति के लिए एक उदाहरण पेश करते हुए पोप ने विपक्ष के नेताओं के भी पैर चूमे थे।

दरअसल रोम में भेंट के दौरान सबसे पहले पोप ने राष्ट्रपति सल्वा कीर और उसके बाद विपक्ष के नेता रिएक मचार के पैर चूमते दिखाई दिए थे। नेताओं के झुककर पैर चूमने की पोप की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।  ऐसा पहली बार देखा गया जब पोप फ्रांसिस ने किसी के पैर चूमे हों। हालांकि इससे पहले कई ऐसे मौके देखने को मिले हैं जब पोप लोगों के पैर धोते हुए नजर आ चुके हैं।