तृणमूल कांग्रेस अपने नेताओं को असम के सिलचर हवाई अड्डे पर रोके जाने और उनसे ‘‘दुर्व्यवहार’’ करने के खिलाफ चार और पांच अगस्त को पश्चिम बंगाल में ‘‘काला दिवस’’ मनाएगी। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि पार्टी शनिवार और रविवार को राज्य के हर मंडल तथा जिले में ‘‘काला दिवस’’ मनाएगी। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘जिस तरीके से सिलचर हवाईअड्डे पर असम पुलिस ने जन प्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार किया और रोका, हम उसकी निंदा करते हैं। सांसद होने के नाते उन्हें हर जगह जाने का अधिकार है लेकिन सभी नियमों का उल्लंघन किया गया और हमारी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को रोका गया। यह शर्मनाक है।’’ तृणमूल कांग्रेस के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को सिलचर हवाई अड्डे पर उस समय रोका गया जब वे राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के अंतिम मसौदे के बाद जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए असम के काछार जिले में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं। एनआरसी सोमवार को पूर्वोत्तर राज्य में प्रकाशित हुआ।

आपको बता दें कि एनआरसी जारी होने के बाद असम जा रहे तृणमूल कांग्रेस के छह नेताओं को सिलचर हवाई अड्डे पर रोक दिया गया। इन नेताओं ने आरोप लगाया है कि उनके साथ घुसपैठिये जैसा बर्ताव किया गया और वापस भेज दिया गया। तृणमूल कांग्रेस के ये सभी छह नेता आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।   हवाई अड्डे पर देर रात रोक दिए जाने के बाद सभी छह नेता आज सुबह असम से रवाना हो गए।  कछार जिले के उपायुक्त एस. लक्ष्मणन ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के छह नेता वापस चले गए और दो अन्य – सांसद ममताबाला ठाकुर और अर्पिता घोष आज राज्य से लौट जाएंगी।  तृणमूल कांग्रेस के इस प्रतिनिधिमंडल में छह सांसद, एक विधायक और पश्चिम बंगाल के एक मंत्री शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) ड्राफ्ट जारी होने के बाद लोगों से संवाद के लिए असम में सिलचर गया था।  कोलकाता आने के बाद तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, ‘‘घुसैपठिये जैसा सलूक होता है…उसी तरह हमें वापस भेज दिया गया…हमसे भी यही सलूक हुआ…हमें वापस भेज दिया गया। हमारे साथ बदसलूकी की गयी, महिला सांसदों को भी नहीं बख्शा गया।’