काले धन पर लगाम लगाने के उद्देश से मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट बैन के बाद 2000 के नोट जारी किए। इसके बाद ये भी घोषणा की गई कि जल्द ही अब 1000 के नए नोट जारी किए जाएंगे। लेकिन हाल ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बयान जारी कर कहा कि फिलहाल सरकार का 1,000 रुपये के नोट जारी करने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि नए नोट बदलवाने की सीमा 2,000 इसलिए तय की गई है ताकि पैसों का दुरुपयोग न हो।वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि गुरुवार तक 22,500 एटीएम का रिकैलीब्रेशन (नए नोट के मुताबिक सुधार) कर लिया गया है। जेटली ने कहा, ‘अब तक 10 फीसदी एटीएम को नए नोटों के हिसाब से सुधार लिया गया है। कुल 2 लाख एटीएम हैं जिनमें गुरुवार तक 22,500 एटीएम को रिकैलीब्रेटेड कर लिया गया है।’ उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए शादी के मामलों में 2.5 लाख तक की रकम निकालने की इजाजत दी गई है। जेटली ने कहा, ‘अब तक 10 फीसदी एटीएम को नए नोटों के हिसाब से सुधार लिया गया है। कुल 2 लाख एटीएम हैं जिनमें गुरुवार तक 22,500 एटीएम को रिकैलीब्रेटेड कर लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए शादी के मामलों में 2.5 लाख तक की रकम निकालने की इजाजत दी गई है। वहीं दूसरी ओर 500 और 1000 नोटबंदी की समीक्षा के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बैठक बुलाई, जिसमें कई मंत्री शामिल हुए। शीतकालीन सत्र के पहले दिन से नोटबंदी को लेकर दोनों सदनों में केंद्र सरकार को घेरा गया. सरकार के इस फैसले से आम जनता को जो परेशानी हुई उस पर विपक्ष ने सरकार की जमकर फजीहत भी हुई।
इस दौरान जेटली ने ये भी बताया कि एटीएम से नोटों को लेकर देशभर के 22500 एटीएम ठीक कराए गए, जहां से अब जनता पैसे निकाल सकती है। मंत्री ने कहा कि देश के 22,500 एटीएम 500 और 2000 के नए नोट के हिसाब से अपडेट कर दिए गए हैं। एक हफ्ते के अंदर देशभर के दो लाख एटीएम से नए नोट निकलने लगेंगे।