उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक परिवार ने तांत्रिक के बहकावे में आकर अपनी एक महीने की बच्ची को जिंदा दफन कर दिया। एक राहगीर ने बच्ची के रोने की आवाज सुनी तो उसे गड्ढे से निकाल लिया और अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने बच्ची के पिता, मौसी और तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है।
18 जनवरी को मिली थी बच्ची : एसपी देहात सुभाष चंद्र शाक्य ने बताया कि जलालाबाद थानाक्षेत्र के पुरैना गांव के पास 18 जनवरी की शाम एक बच्ची के रोने की आवाज आ रही थी। ऐसे में ग्रामीणों ने खुदाई कि तो गड्डे में 20 दिन की बच्ची मिली थी। उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था।
तांत्रिक ने डरा दिया था : पुलिस के मुताबिक, जांच में पता चला कि यह शादाब की बेटी है, जिसे उसने किसी तांत्रिक के बहकावे में आकर जिंदा दफना दिया। पूछताछ में शादाब ने बताया, ‘‘मेरी बेटी की तबीयत अक्सर खराब रहती थी। किसी ने उसे जमुनिया कस्बे में रहने वाले तांत्रिक अबरार के पास ले जाने की सलाह दी। तांत्रिक ने बच्ची को देखकर बताया कि उस पर किसी प्रेत का साया है। अगर जल्दी उपचार नहीं किया गया तो यह पूरे परिवार को अपनी चपेट में ले लेगी।’’
परिवार ने किया यह सलूक : एसपी देहात के मुताबिक, शादाब ने बताया कि अबरार की बात सुनकर उसने प्रेत से छुटकारा पाने का उपाय पूछा। इसके बाद उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर एक गड्ढा खोद और बच्ची को उसमें दफना दिया। पुलिस ने नवजात बच्ची के पिता शादाब, मौसी आसमां और तांत्रिक अबरार को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। वहीं, बच्ची की मां नगमा और मौसा नाजिम की तलाश की जा रही है।