यह सुरंग न सिर्फ पैदल यात्रियों के लिए प्रयोग होगा बल्कि रेलवे स्टेशन से सामान लाने व ले जाने के लिए भी इसका प्रयोग किया जा सकेगा। इस तकनीक का प्रयोग कर स्टेशन व आवास के क्षेत्र को विकसित करने की तैयारी है। इन प्रावधानों की मदद से स्टेशन पर लगातार बढ़ने वाले बोझ को ध्यान में रखकर विस्तृÞत योजना की गई है। इस योजना का विस्तृत प्रारूप उपराज्यपाल अनिल बैजल को पेश किया गया है।

इस सुरंग को बस व मेट्रो को स्टेशन से जोड़ा जाएगा। यात्री इसका प्रयोग कर सके इसके लिए मार्ग पर स्वचालित पथ का प्रयोग किया जाएगा और पैदल पथ तैयार किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त सुविधा बढ़ाने के लिए भविष्य में यहां पर विद्युत वाहनों को भी बढ़ावा देने की तैयारी है। सरकार की योजना के मुताबिक स्टेशन के आसपास के क्षेत्र में पैदल यात्रियों को बढ़ावा देने के लिए गैर वाहन चालित सुविधाएं विकसित की जाएंगी। जो स्टेशन के आसपास के करीब 13 किलोमीटर क्षेत्र तक विकसित होगी।

नई दिल्ली तक ले जाने वाले मार्ग चौड़े होंगे

नई दिल्ली तक जाने वाले प्रमुख मार्गों पर जाम से बचाने के लिए इनको चौड़ा किया जाएगा। इसके लिए योजना में पंचकुइयां रोड, बसंत लेन, चेमफोर्ड रोड, भवभूति मार्ग और मिंटो रोड पर रेलवे ओवर ब्रिज के मार्ग को चौड़ा किया जाएगा। यात्री बसंत लेन, चेम्सफोर्ड रोड, डीडीयू मार्ग व मिंटो मार्ग से नए रैम्प से प्रवेश कर सकेंगे। बाहर जाने के लिए भवभूति मार्ग, जेएलएन मार्ग, मिंटो रोड, चेम्सफोर्ड रोड और डीबीगुप्ता रोड के रैम्प का प्रयोग किया जाएगा।

प्रतिदिन स्टेशन पर बोझ

’85 फीसद दिल्ली व 15 फीसद एनसीआर से आते हैं यात्री
’प्रतिदिन 400 ट्रेन आती हैं और 4.26 लाख यात्री स्टेशन पर आते हैं
’प्रतिदन अजमेरी गेट पर 68 फीसद व पहाड़गंज पर 32 फीसद बोझ होता है
’2020 में बस व मेट्रो से 60 फीसद, आॅटो, टैक्सी व रिक्शा से 25 फीसद, दुपहिया व कार 9.5 फीसद और साइकिल व पैदल यात्री 5.5 फीसद हैं।

सार्वजनिक वाहनों के लिए तैयार होंगी पार्किंग

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के आसपास पार्किंग सबसे बड़ी समस्या है। समस्या को दूर करने के लिए नई पार्किंग विकसित की जाएंगी। वर्तमान में सभी गाड़ियां मुख्य मार्ग पर ही खड़ी रहती हैं। नई पार्किंग अजमेरी गेट व पहाड़गंज पर प्रस्तावित है। सरकार की योजना के मुताबिक अजमेरी गेट पर 51 बसों की पार्किंग होंगी। इसके अतिरिक्त 900 निजी वाहनों की पार्किंग होगी। इसी प्रकार पहाड़गंज साइट पर 40 बस व 600 निजी वाहन की पार्किंग होगी।